प्रतीक चौहान./ नितीन नामदेव. रायपुर. रायपुर रेल मंडल में बुधवार को सांसदों की एक बैठक आयोजित की गई. इसमें रेल व्यवस्था और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को लेकर रायपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले संसदीय क्षेत्रों के सांसद और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रेलवे अधिकारियों के बीच DRM कार्यालय में बैठक संपन्न हुई. बैठक में रेलवे के विकास के विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के सुधार के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया गया. बैठक में सभी सांसदों ने ट्रेने के लगातार रद्द होने और ट्रेनों के लेट चलने को लेकर नाराजगी व्यक्त की.

बैठक के दौरान रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, दुर्ग सांसद विजय बघेल, बस्तर सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग, राज्यसभा सांसद रंजीता रंजन ने अपने-अपने सांसदीय क्षेत्रों के लिए मांगें रखी. रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करने और कैंसिल ट्रेनों को जल्द से जल्द पुनः बहाल करने कहा. जिससे यात्रियों को परेशानी न हो. लल्लूराम डॉट कॉम बैठक में मौजूद सूत्रों से जानकारी मिली कि बस्तर सांसद महेश कश्यप ने दुर्ग-जगदलपुर रेल सेवा को पुनः शुरू करने और धमतरी-जगदलपुर रेल लाइन में सुधार की मांग रखी. दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कहा कि “हमारी प्राथमिक चिंता यह है कि रेल सुविधाएं आम जनता तक कैसे सुविधाजनक और समय पर पहुंचें. बस्तर और उत्तर वनांचल क्षेत्रों में रेल सुविधाएं विस्तार पर भी चर्चा की गई.”

सांसद बघेल ने इस बात पर भी जोर दिया कि नए सर्वे और प्रोजेक्ट्स सांसदों के साथ विचार-विमर्श कर ही तैयार किए जाएं. कर्मचारियों की मांगों पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “हमें खुशी है कि कर्मचारियों का विश्वास हम पर है, उनकी मांगें पूरी की जाएंगी. पूर्ववर्ती सरकार द्वारा किए गए वादों को अब मोदी सरकार द्वारा पूरा किया जा रहा है. कर्मचारियों और अधिकारियों को उनका हक मिलना चाहिए.” सरकार की छवि पर पड़ रहे नकारात्मक असर और कर्मचारियों की हड़ताल पर उन्होंने कहा, “हड़ताल स्वाभाविक है, उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाना चाहिए और बैठक कर समाधान निकाला जाना चाहिए.”


कांग्रेस की राज्य सभा सांसद रंजीता रंजन ने बैठक के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान महत्वपूर्ण सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि रेलवे में छत्तीसगढ़ी व्यंजन को बढ़ावा दिया जाए, ताकि यात्रियों को स्थानीय स्वाद का अनुभव मिल सके. इसके साथ ही, मिलेट्स (अन्न) से बने खाद्य पदार्थों को भी बढ़ावा देने का सुझाव दिया गया. रंजीता रंजन ने कहा, “इससे यात्रियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्वाद मिलेगा और हमारे स्थानीय खानपान को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी.”

रेलवे अधिकारियों की ओर से सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि संसद सदस्यों और जोन मंडल अधिकारियों के बीच यह 18वीं वार्षिक बैठक थी. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जनता से जुड़े सुझावों और समस्याओं का समाधान निकालना है. रेलवे विकास के लिए आवश्यक प्रस्तावों को तैयार कर आगे भेजा जाएगा, ताकि भविष्य में रेल सुविधाओं में और सुधार किया जा सके.

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