
रायपुर. 10 साल से फरार चल रही बिनीता शर्मा को रायपुर पुलिस ने गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपिया अपने पति के साथ मिलकर आदिवासी बच्चों से जबरन घरेलू काम कराने के अपराध में संलिप्त थी. बिनीता शर्मा के पति सतीश शर्मा उर्फ क्षितिज को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी और वर्ष 2022 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उसकी पत्नी फरार थी, जिसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही थी.


कैसे करती थी आदिवासी बच्चों का शोषण?
आरोपी दंपति कबीर नगर फेस-4, रायपुर में रहते थे. दंपति बस्तर मित्र फाउंडेशन के नाम से एक फर्जी संस्था बना रखी थी.
इस फर्जी संस्था की आड़ में उन्होंने जवाहर उत्कर्ष योजना के तहत तीन आदिवासी बच्चों को उच्च शिक्षा के बहाने अपने घर बुलाया, लेकिन शिक्षा दिलाने के बजाय बच्चों से झाड़ू-पोछा, बर्तन धोना, गाड़ी साफ करना, हाथ-पैर दबवाना जैसे घरेलू काम करवाए जाते थे. बच्चों को परिवार से बात करने तक की अनुमति नहीं दी जाती थी.
थाना कबीर नगर में था मामला दर्ज
इस मामले में थाना कबीर नगर में मामला दर्ज किया गया था. पुलिस टीम ने गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर फरार चल रही बिनीता शर्मा को गिरफ्तार किया. इस ऑपरेशन में नगर पुलिस अधीक्षक अमन कुमार झा, थाना कबीर नगर के सहायक उप निरीक्षक घनश्याम साहू, महिला आरक्षक शारदा ध्रुव एवं कंचन लता खालको, और आरक्षक राधेश्याम सिंह (ACCU) की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
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