प्रतीक चौहान. रायपुर रेलवे स्टेशन का हाल इन दिनों कुछ ऐसा ही है. यहां आओ… कुछ भी बेचो और निकल जाओ… यहां न आपको आरपीएफ रोकेगी और न कमर्शियल विभाग के अधिकारी. किसी ने रोक भी दिया, तो उनका प्रोटोकॉल पूरा कीजिए, मुफ्त में अधिकारियों की सेवा कीजिए और आपको रेलवे स्टेशन में सबकुछ बेचने की छूट मिल जाएगी.
यहां बिकने वाले खाद्य पदार्थ पर न एमआरपी होती है, न ही पैकिंग डेट. खैर वैसे रेल अधिकारियों को इससे कोई लेना देना नहीं. न फूड सैंपलिंग की जरूरत न ये जानने की कि किस खाद्य पदार्थ का क्या रेट है और रेलवे स्टेशन में वैंडर उसे कितने रेट में बेच रहा है. क्योंकि उनका तो पूरा प्रोटोकॉल वह पूरा कर रहा है.
अधिकारी रेलवे स्टेशन में महीनों रूके तो चिकन, मटन से लेकर पूरे दिन का खाना. बिलासपुर से कोई रेलवे का बड़ा साहब आए तो उसके लिए बुके और होटल में नाईट पार्टी की व्यवस्था, दिल्ली से कोई साहब आए तो उन्हें बड़े होटल में रूकवाना और पूरी व्यवस्था. साहब के बेटे की शादी हो तो बिलासपुर में पार्टी की व्यवस्था, ऑफिसर्स क्लब में पार्टी हुई तो रात में दारू की व्यवस्था. ये सब प्रोटोकॉल के ‘Code Word` है. जो ठेकेदारों को रेलवे स्टेशन में काम करने के लिए पूरे करने होते है. अब भला ठेकेदार यदि अधिकारियों का प्रोटोकॉल पूरा करेगा तो इसके पैसे कही से निकालेगा भी तो… इसलिए रेलवे स्टेशन में यात्रियों को इन दिनों कुछ भी बेचा जा रहा है. हैरानी की बात ये है कि यहां फ्रूट ट्रॉली वालों को भी रेल अधिकारियों ने अनाधिकृत तरीके से वैंडिंग की अनुमित दे दी गई है. इसलिए वो भी बिना फ्रूट से दर की अनुमति लिए बैगर अपने हिसाब से फ्रूटस बेच रहे है.
रायपुर रेलवे स्टेशन का हाल ये है कि यहां बिना एमआरपी और ज्यादा एमआरपी का खाद्य पदार्थ भी धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. ये काम रिफ्रेशमेंट रूम के अधिकृत वेंडरों द्वारा किया जा रहा है. क्योंकि उन्हें पता है कि उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है… सब सेट है. रेलवे स्टेशन में लंबे समय से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि कुछ वर्षों पहले तक अनाधिकृत वेंडिंग के लिए ईटारसी काफी प्रसिद्ध था. लेकिन उसे भी रायपुर रेलवे स्टेशन ने पीछे छोड़ दिया. यही हाल दुर्ग रेलवे स्टेशन का है. यहां बिना अनुमति के बिरयानी धड़ल्ले से बेची जा रही है, क्योंकि सबसे ज्यादा प्रोटोकॉल पूरा करने की जवाबदारी उक्त कंपनी की ही होती है और ये बात पूरे भारतीय रेलवे में किसी से छिपी नहीं है.