पुलिस ने मंगलवार को दौसा में अपनी ससुराल जा रही एक महिला से दुष्कर्म और हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. बाद में महिला के शव को एक सूखे कुएं में फेंक दिया गया. आरोपियों की पहचान कालूराम मीणा (23) और संजू मीणा (18) के रूप में हुई है. एडीजीपी (अपराध) रवि प्रकाश मेहरा ने कहा कि अपराध में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली गई है.

 मेहरा ने बताया कि पीड़िता के 24 अप्रैल की शाम को ससुराल जाने के बाद उसके परिजनों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन वहां कभी नहीं पहुंची. सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पुलिस ने पाया कि महिला एक बच्चे के साथ इटियोस कार में बैठी थी.

पुलिस ने बाद में उस बच्चे का पता लगाया, जिसने कहा कि कार में सवार लोगों ने उसे उसके गांव छोड़ दिया और महिला को साथ लेकर आगे बढ़ गए. पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने कार के चालक कालूराम मीणा को ट्रैक किया और पूछताछ की, जिसने अपने साथी संजू मीणा के साथ महिला का अपहरण करने की बात कबूल की. बाद में दोनों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या कर दी और शव को सूखे कुएं में फेंक दिया.

पुलिस ने आरोपी के निर्देश पर बस्सी थाना क्षेत्र से महिला का शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया. दूसरे आरोपी संजू मीणा को पुलिस ने मंगलवार को तकनीकी मदद से गिरफ्तार कर लिया.

इस बीच विपक्ष ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथों लिया, जिनके पास गृह विभाग भी है. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी बचाने की चिंता छोड़ देनी चाहिए और राज्य की बहनों-बेटियों को बचाने का प्रयास करना चाहिए.

पूनिया ने सवाल किया, “अशोक गहलोत राज्य में कानून का राज क्यों नहीं स्थापित कर सकते.” भाजपा ने पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है जो दौसा का दौरा कर जानकारी एकत्र करेगी और पुनिया को जमीनी रिपोर्ट सौंपेगी.