Rajasthan Election 2023 : राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बाद शांति धारीवाल सबसे कद्दावर नेता माने जाते हैं. धारीवाल शहरी विकास, कानून और संसदीय मामलों से जुड़े विभागों के मंत्री हैं. उन्हें कैबिनेट दर्जा मिला हुआ है. विधानसभा चुनाव 2023 के लिए धारीवाल को कोटा उत्तर से टिकट दिया गया है. यहां उनका मुकाबला भाजपा के प्रह्लाद गुंजल से होगा. Read More –Rajasthan Election 2023 : सीएम गहलोत की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए किसान नेता रामपाल जाट

शांति धारीवाल को कॉलेज से लोकसभा तक सबसे ज्यादा नौ चुनाव लड़ने का अनुभव है. उन्होंने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की. सबसे पहले उन्होंने राजकीय कॉलेज छात्रसंघ चुनाव जीता. फिर जिला प्रमुख का चुनाव जीता. लोकसभा का चुनाव जीता. लोकसभा का चुनाव हारे. 1993 में विधानसभा चुनाव हिंडोली से जीते. 1998 में विधानसभा का चुनाव कोटा से जीते. 2003 में विधानसभा का चुनाव कोटा से हारे. 2008 में विधानसभा का चुनाव कोटा उत्तर से जीते.

राजस्थान को लेकर हुई कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में धारीवाल की उम्मीदवारी पर सीधे गांधी परिवार की नाराजगी की बात सामने आई थी. माना जाता है कि उस मीटिंग में गहलोत को अपने भरोसेमंद सिपहसालार धारीवाल के लिए बैटिंग करनी पड़ी थी. शांति कुमार धारीवाल वही नेता हैं, जिनके घर पर पिछले साल गहलोत खेमे के उन 80 विधायकों की बैठक हुई थी, जब गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सिलसिले में दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षकों की ओर से बुलाई विधायक दल की मीटिंग में नहीं आए.

लंबे राजनीतिक करियर में धारीवाल अपने बयानों और तेवरों के चलते विवादों में भी रहे. कभी लाल डायरी कांड से चर्चा में आए, राजेंद्र गुढ़ा पर दो-टूक कहा, तो कभी मीणा समुदाय के नेता पर टिप्पणी कर अपने ही दल के नेताओं के निशाने पर आए. शांति धारीवाल का जन्म 29 अक्टूबर 1943 को राजस्थान के कोटा जिले में हुआ था. धारीवाल की शैक्षणिक योग्यता बीए, एलएलबी है. उनकी पत्नी का नाम कोमल धारीवाल हैं.