Rajasthan High Court: राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर में बनी नई बिल्डिंग, जिसकी निर्माण लागत लगभग 220 करोड़ रुपये थी, महज 3 साल में जर्जर हो गई है। पिछले दो साल में बिल्डिंग में कई बार छत गिरने और अन्य दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आई हैं। इसको लेकर अब बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी आरएसआरडीसी लिमिटेड के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भवन निर्माण की शुरुआत और खराब स्थिति: इस हाईकोर्ट बिल्डिंग का निर्माण 2008 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2019 में इसे हाईकोर्ट को सौंपा गया। आरएसआरडीसी लिमिटेड ही इसका रखरखाव भी कर रही है, जिसके लिए सालाना 2 करोड़ 20 लाख रुपये का बजट निर्धारित है। इसके बावजूद, बिल्डिंग में आए दिन गिरावट की घटनाएं होती रही हैं।

घटनाओं का सिलसिला

  • 20 फरवरी 2023: चेम्बर नं. 14 की छत गिर गई।
  • 29 अप्रैल 2023: डोम एरिया की छत का कुछ हिस्सा गिरा।
  • 23 जून 2023: सिविल विविध अपील अनुभाग की छत से फाल्स सीलिंग गिर गई।
  • 12 सितंबर 2024: कोर्ट कक्ष नं. 02 में बारिश से पानी टपकने और प्लास्टर गिरने से फाल्स सीलिंग गिरी।
  • 18 सितंबर 2024: कोर्ट कक्ष नं. 02 में भीषण आग लग गई, जबकि एक दिन पहले ही इसे सुरक्षित घोषित किया गया था।
  • 24 सितंबर 2024: मीडियेशन सेंटर के पास छत का एक हिस्सा गिर गया।

इनके अलावा भी कई न्यायालय कक्षों और अन्य हिस्सों में छत गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।

भवन की स्थिति और फायर सेफ्टी की खराबी

पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, कई जगहों का प्लास्टर उखड़ा हुआ है, पिलर्स में दरारें हैं, और सरिये गल चुके हैं। ऑडिटोरियम के पिलर्स फूल गए हैं, और टाइल्स उखड़ चुकी हैं।

फायर सेफ्टी सिस्टम नहीं है काम करने की स्थिति में

18 सितंबर को हुई आग की घटना में पाया गया कि भवन का फायर सेफ्टी सिस्टम काम नहीं कर रहा था। आरोप है कि आरएसआरडीसी के अधिकारियों ने निर्माण मानकों का पालन नहीं किया, घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया, जिससे भवन की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगा है।