Rajasthan Loksabha Elections 2024: जयपुर. दूसरे प्रदेशों से आए नेताओं को राजस्थान के सियासत खूब रास आई है. बाहरी नेताओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

लोकसभा चुनाव की बात करें तो 1980 से लेकर अब तक आठ नेता ऐसे हैं जो दूसरे प्रदेशों से यहां आकर सांसद चुने गए हैं. इनमें राजेश पायलट, चौधरी देवीलाल, बलराम जाखड़ और बूटा सिंह जैसे दिग्गज चेहरे भी शामिल हैं. मौजूदा सांसदों में केवल सुखबीर सिंह जौनपुरिया ऐसे हैं जो हरियाणा से आकर टोंक-सवाई माधोपुर से दूसरी बार सांसद चुने गए.

  • बलराम जाखड़ सीकर 1984-1991 पंजाब
  • बलराम जाखड़ बीकानेर 1998 पंजाब
  • चौधरी देवीलाल सीकर 1989 हरियाणा
  • बूटा सिंह जालोर 1984, 1991, 1999 पंजाब
  • राजेश पायलट भरतपुर 1980 उत्तर प्रदेश
  • राजेश पायलट दौसा 1984, 1991, 1996
  • सुशीला बंगारू जालोर 2004 हैदराबाद
  • धर्मेंद्र बीकानेर 2004 पंजाब
  • सुखबीर जौनपुरिया टोंक-स.माधोपुर 2014-2019 हरियाणा
  • महंत चांदनाथ अलवर 2014 हरियाणा

1980 में पायलट ने खोली राह

उत्तर प्रदेश के रहने वाले राजेश पायलट की 1980 में एंट्री के साथ ही अन्य नेताओं ने भी यहां राजनीति करना मुनासिब समझा. पायलट सर्वाधिक छह बार राजस्थान से सांसद चुने गए. वे पहली बार 1980 में भरतपुर और उसके बाद पांच बार दौसा से सांसद निर्वाचित हुए थे. उनके बाद 1984 में बूटा सिंह और बलराम जाखड़ राजस्थान से सांसद चुने गए. जाखड़ 1991 में भी सीकर और 1998 में बीकानेर से सांसद चुने गए थे. इसी प्रकार पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री बूटा सिंह भी 1984, 1991 और 1999 में जालोर से लोकसभा के सांसद चुने गए थे. वह दो बार कांग्रेस और एक बार निर्दलीय चुनाव जीते. फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र भी भाजपा की टिकट पर 2004 में बीकानेर से लोकसभा के सांसद रह चुके हैं.

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