Rajasthan News: आखिरकार 15 दिनों के इंतजार के बाद शनिवार को राजस्थान में भाजपा सरकार ने अपनी टीम फाइनल कर दी है। राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने भाजपा के 22 विधायकों को मंत्रिपद की शपथ दिलाई।
राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल की 25 सदस्यीय टीम तैयार हो गई है। राज्य में मंत्री के 5 पद खाली रखे गए हैं। विधायकों की संख्याबल के हिसाब से यहां अधिकतम 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
राजस्थान की नवगठित कैबिनेट के साथ भाजपा ने नए युग की शुरुआत कर दी है। वसुंधरा राजे को सीएम नहीं बनाए जाने के बाद पार्टी ने मंत्रिमंडल में भी कई नए चेहरों को मौका दिया है। राजस्थान की नवगठित 25 सदस्यीय कैबिनेट में 20 चेहरे नए हैं। इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तक शामिल हैं।
राजस्थान में भजनलाल शर्मा की टीम में कुल 25 लोग शामिल हैं। इसमें 20 ऐसे हैं जिन्हें राजस्थान में मंत्री बनकर काम करने का अनुभव नहीं है। 5 पुराने चेहरे हैं, जो पूर्व में राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके हैं। सीएम और दोनों डिप्टी सीएम समेत 15 कैबिनेट मंत्रियों में से 12 पहली बार के मंत्री हैं। जबकि 3 पुराने चेहरे हैं।
इनमें खुद सीएम भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, राज्यवर्धन राठौड़, जोगाराम पटेल, बाबूलाल खराड़ी, सुरेश रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैया लाल चौधरी और सुमित गोदारा शामिल हैं। जबकि किरोड़ीलाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर और मदन दिलावर पूर्व मंत्री रह चुके हैं।
5 स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों में से 4 पहली बार मंत्री बने हैं। जिनमें गौतम कुमार दक, झाबर सिंह खर्रा, संजय शर्मा, हीरालाल नागर शामिल हैं। जबकि सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वही 5 राज्यमंत्री में से 4 पहली बार मंत्री बने हैं. इनमें मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी, केके बिश्नोई और जवाहर सिंह बेढम शामिल हैं। जबकि ओटाराम देवासी पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
भाजपा ने करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अपने उम्मीदवार सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को भी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया है। इस सीट पर पांच जनवरी को मतदान होना है।
बहुसंख्यक ओबीसी समुदाय को सबसे अधिक सीटें दी है। लंबे समय बाद राज्य की कमान ब्राह्मण के हाथों में दी गई है। ऐसे में ओबीसी समुदाय कहीं नाराज ना हो जाए ऐसे में पार्टी ने ओबीसी समाज से 10 मंत्री बनाए हैं। बता दें कि राजस्थान में भाजपा संगठन भी ब्राह्मण सीपी जोशी के हाथों में ही है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान के मंत्रिमंडल के गठन के जरिए सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है।
पार्टी ने राजस्थान के वरिष्ठ नेताओं का भी मान रखा है। शपथ ग्रहण के दौरान सबसे पहले किरोड़ी लाल मीणा को ही शपथ दिलाई गई। इसके अलावा पार्टी ने ऐसे नेताओं को भी मंत्री बनाया है जो लोकसभा चुनाव के समय पार्टी के लिए बड़े कारगर साबित हो सकते हैं।
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