Rajasthan News: अजमेर. अवैध रूप से शराब बेचने के आरोप में झूठा मुकदमा दर्ज करने व उक्त व्यक्ति से जबरन 5 हजार रुपए की मंथली देने का दबाव बनाने के आरोप में एसीबी मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने आरोपित एएसआई व कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया. जबकि मामले में ही एक और संदिग्ध आरोपित कांस्टेबल को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया.

एसपी विश्नोई ने बताया कि गंज थाने की आनासागर पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी एएसआई बलदेव राम व कांस्टेबल शम्भूराम पर एसीबी के प्रकरण के परिवादी द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं. दोनों के खिलाफ एसीबी द्वारा वॉयस रिकॉर्डिंग के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

इसलिए दोनों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. जबकि मामले में ही कांस्टेबल नन्दकिशोर की भी भूमिका संदिग्ध मानी गई है. इसलिए उसे लाइन हाजिर कर दिया है. उन्होंने बताया कि इस बीच एएसआई व कांस्टेबल का मुख्यालय पुलिस लाइन अजमेर रहेगा.

यह है मामला

एसीबी को फॉयसागर रोड निवासी बंशीलाल ने रिपोर्ट दी थी कि वह वर्तमान में कपड़े की दुकान करता है. लेकिन 20 नवम्बर 2023 को एएसआई बलदेव, कांस्टेबल शंभूराम व नन्दकिशोर उसके घर पर आए. जहां से 6 बोतल बीयर मिली. लेकिन उन्होंने वहां से 30 बोतल बीयर बरामद होना बताते हुए आबकारी अधिनियम में झूठा मुकदमा दर्ज किया.

इस दौरान कांस्टेबल नन्दकिशोर ने मुकदमे से बचाने के लिए 5 हजार रुपए ले लिए और एएसआई बलदेव के लिए 5 हजार रुपए महिने मंथली की डिमाण्ड की. एसीबी ने वॉयस रिकॉर्डिंग के जरिए शिकायत का सत्यापन कराया. जिसमें उनकी बातचीत रिकॉर्ड हो गई. एसीबी ने ट्रेप के लिए जाल बिछाया लेकिन पहले दिन चौकी पर भीड़ होने के कारण ट्रेप फेल हो गया. जबकि दूसरे दिन एएसआई बलदेव का ट्रांसफर पुष्कर थाने में होने के कारण ट्रेप नहीं हो पाया था.

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