Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वीर बाल दिवस के अवसर पर सिख समुदाय के अद्वितीय इतिहास और वीर साहिबजादों के बलिदान को याद किया। गुरुवार सुबह जयपुर स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित कीर्तन और श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन हमें सिख धर्म के शौर्य और साहिबजादों की अमिट गाथा को स्मरण करने का अवसर प्रदान करता है। इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह, के अद्वितीय बलिदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि छोटी आयु में इन वीर बालकों ने धर्म, सत्य और देश के प्रति जो साहस दिखाया, वह हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा, “यह दुनिया का पहला ऐसा उदाहरण है जहां नन्हें बच्चों ने अत्याचार और प्रलोभनों के सामने झुकने की बजाय धर्म की रक्षा के लिए मृत्यु को गले लगाया। उनका बलिदान हमारे राष्ट्र को आगे बढ़ाने का आधार है।

धर्म की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्प आवश्यक

सीएम भजनलाल ने साहिबजादों की अद्वितीय शहादत का वर्णन करते हुए कहा कि अत्याचारी शासकों ने उन्हें झुकाने और धर्म परिवर्तन कराने के लिए अनेक यातनाएं दीं। लेकिन इन वीर बालकों ने अपने धर्म की रक्षा करते हुए मृत्यु को वरण कर लिया। उन्होंने कहा, धर्म के मार्ग पर चलने के लिए उम्र नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प और साहस की आवश्यकता होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का संकल्प है कि देश की युवा पीढ़ी को साहिबजादों की गौरवशाली गाथा से प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा, यह कार्यक्रम सिर्फ श्रद्धांजलि का नहीं है, बल्कि युवाओं को साहिबजादों की शौर्य गाथाओं से प्रेरित करने का प्रयास भी है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वीर बाल दिवस को राष्ट्रीय बाल दिवस घोषित करने के निर्णय की सराहना करते हुए इसे देश की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

भाजपा ने किया सिख धर्म का सम्मान

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि भाजपा ने हमेशा सिख धर्म और उसकी विरासत का सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि साहिबजादों के बलिदान की गाथाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक होंगी। भाजपा इस संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है कि इन वीर बालकों के आदर्शों को हर युवा तक पहुंचाया जाए और उनके बलिदान की प्रेरणा से देश को सशक्त बनाया जाए।

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