Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को अपने दो दिवसीय जैसलमेर प्रवास की शुरुआत की। पहले दिन उन्होंने न सिर्फ आमजन की समस्याएं सुनीं, बल्कि सीमाओं की रक्षा में तैनात बीएसएफ जवानों से भी मुलाकात की। साथ ही मां तनोट राय मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की समृद्धि की कामना की।

जनसुनवाई में उमड़ी भीड़, समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश

सीएम शर्मा ने जैसलमेर सर्किट हाउस में आयोजित जनसुनवाई में बड़ी संख्या में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व, खनन और कृषि से जुड़े मुद्दों पर आए फरियादियों को भरोसा दिलाते हुए उन्होंने अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित और संवेदनशील समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर नियमित जनसुनवाई से आमजन को राहत पहुंचेगी।

बीएसएफ जवानों की बहादुरी को सराहा

भारत-पाक सीमा से सटे मां तनोट राय मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री ने बीएसएफ जवानों से संवाद किया। उन्होंने जवानों की वीरता की सराहना करते हुए कहा, हमारे वीर सैनिक हर मौसम में देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाइयों में उनकी बहादुरी पूरे देश को गौरवान्वित करती है।
सीएम शर्मा ने बीएसएफ को दुनिया की सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित सीमा सुरक्षा बल बताया। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जवानों के लिए सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं।

मां तनोट राय मंदिर को मिलेगा नया स्वरूप

मुख्यमंत्री ने मां तनोट राय के दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-शांति की प्रार्थना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर को भव्य रूप देने और 200 कमरों वाले विश्राम गृह के निर्माण की घोषणा की। विजय स्तंभ पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी।

किशनगढ़ फोर्ट का निरीक्षण

सीएम शर्मा ने 1100 साल पुराने किशनगढ़ फोर्ट का भी दौरा किया। बीएसएफ अधिकारियों ने उन्हें किले के ऐतिहासिक और सामरिक महत्व के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री के इस दौरे से न केवल स्थानीय जनता में उत्साह का माहौल है, बल्कि सीमा पर तैनात जवानों का मनोबल भी ऊंचा हुआ है।

पढ़ें ये खबरें