Rajasthan News: जयपुर. लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने नवनिर्वाचित सांसदों को ही टिकट वितरण से लेकर प्रचार रणनीति बनाने की मुख्य रूप से जिम्मेदारी सौंपी है. इसके अलावा पार्टी नेता भी चुनावी रणनीति में अपनी भूमिका निभाएंगे. लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा दौसा, देवली-उनियारा, झुंझुनूं, खींवसर और चौरासी विधानसभा पर उपचुनाव होंगे.

इनमें दौसा, देवली- उनियारा और झुंझुनूं में कांग्रेस विधायक मुरारीलाल मीणा, हरीशचन्द्र मीणा और बृजेन्द्र ओला ने लोकसभा चुनाव जीता तो खींवसर में इंडिया गठबंधन के आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल और बांसवाडा लोकसभा सीट पर चौरासी विधायक और बीएपी पार्टी नेता राजकुमार रोत ने चुनाव जीता.

टिकट वितरण से प्रचार की रणनीति बनेगी

चर्चा के दौरान नवनिर्वाचित सांसदों को ही टिकट वितरण से लेकर प्रचार रणनीति की मुख्य रूप से जिम्मेदारी इसलिए दी जाएगी, क्योंकि ये सभी इन सीटों पर विधायक रहने के नाते धरातल के सभी जातिगत और राजनीतिक समीकरणों से वाकिफ हैं. इन नेताओं की सलाह से ही टिकट फाइनल कर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सहयोग के लिए लगाया जाएगा. इन सभी सीटों पर कांग्रेस-इंडिया गठबंधन प्रत्याशियों की पकड़ की वजह से कांग्रेस इन सीटों पर हर हाल में जीतना चाहती है.

बजट से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज

सरकार के बजट सत्र में दस जुलाई को बजट पेश करने से पहले कांग्रेस मंगलवार को पांच सितारा होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक करेगी. बैठक के बाद नवनिर्वाचित विधायकों का ट्रेनिंग प्रोग्रम और कांग्रेस- इंडिया गठबंधन और बीएपी पार्टी के सांसद सहित प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का सम्मान भी होगा. कांग्रेस विधायक दल बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली करेंगे.

बैठक के दौरान राजस्थान विधानसभा में भजनलाल सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी. महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के साथ ही सदन में जनहित के मुद्दे उठाने की रणनीति भी तय की जाएगी. नवनिर्वाचित विधायकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम और सांसदों के सम्मान समारोह में पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा मौजूद रहेंगे.

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