Rajasthan News: मां शक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। जयपुर के आमेर स्थित शिला माता मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटेगी। इसी को देखते हुए आमेर महल प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।

21 सितंबर से 2 अक्टूबर तक हाथी सवारी बंद

महल अधीक्षक राकेश छोलक ने बताया कि नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। भीड़भाड़ और रास्तों की स्थिति को देखते हुए 21 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आमेर महल में हाथी सवारी पूरी तरह बंद रहेगी। हालांकि महल पर्यटकों के लिए रोजाना सुबह 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहेगा। टिकट की व्यवस्था सिंहपोल गेट पर होगी।

रामबाग की दीवार गिरने से लगी थी रोक

कुछ समय पहले भारी बारिश से ज्वाला माता मंदिर के पास बनी रामबाग की दीवार का हिस्सा गिर गया था। इस हादसे के बाद पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए हाथी सवारी पर रोक लगा दी गई थी। हाथी गांव में पर्यटक निर्धारित दरों पर हाथी सवारी का आनंद ले रहे थे।

हाथी पालकों की बढ़ी थी मुश्किलें

हाथी गांव विकास समिति के अध्यक्ष बल्लू खान ने बताया कि हाथी सवारी बंद होने से हाथी पालकों पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ा। एक हाथी को रोजाना करीब 260 किलो चारा खिलाना पड़ता है। पर्यटकों की कमी से हाथियों की देखभाल मुश्किल हो गई थी। यह मुद्दा एनडीटीवी राजस्थान ने प्रमुखता से उठाया था।

दरें बढ़ाकर 2500 रुपए हुईं

समस्या को देखते हुए पुरातत्व विभाग ने हाथी सवारी दोबारा शुरू करने की अनुमति दी थी और उसकी दर भी 1500 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए कर दी गई। फिलहाल नवरात्रि के दौरान यह सेवा आमेर महल परिसर में बंद रहेगी, लेकिन हाथी गांव में सवारी पहले की तरह सुचारू रूप से जारी रहेगी।

श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा पर जोर

शिला माता मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं और आमेर महल घूमने आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ही हाथी सवारी बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

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