Rajasthan News: लोकसभा चुनाव के तहत नागौर लोकसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, तो वहीं कल कांग्रेस और आरएलपी के संयुक्त उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने भी अपना पर्चा दाखिल कर दिया है।

नागौर सीट पर अब तक कुल 12 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए हैं। मगर मुख्य मुकाबला भाजपा और इंडिया गठबंधन के बीच ही माना जा रहा है। बता दें कि नागौर की सीट पर 72 सालों के इतिहास में इस बार ऐसा पहली बार है जब नागौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कोई प्रत्याशी नहीं होगा। बल्कि कांग्रेस और आरएलपी के संयुक्त उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल आरएलपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे।

बता दें कि नागौर लोकसभा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। कांग्रेस ने इस सीट से यहां से अधिकांश बार कांग्रेस ने चुनाव जीते हैं। इस सीट पर जाट बाहुल्य मतदाताओं की संख्या अधिक होने से यहां मिर्धा परिवार का प्रभाव रहा है। लेकिन पिछले दो चुनाव में लगातार कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी ने कांग्रेस और आरएलपी के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में हनुमान बेनीवाल को चुनाव में उतारा है।

ऐसे में नागौर चुनाव में कांग्रेस का सिंबल नहीं होगा, आरएलपी का चुनाव चिन्ह “बोतल” होगा। ऐसा पिछली बार भाजपा के साथ भी हुआ था, जब भाजपा का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं था, बल्कि भाजपा और आरएलपी के गठबंधन के चलते हनुमान बेनीवाल संयुक्त रूप से उम्मीदवार बने थे।

इस सीट पर कांग्रेस 8 बार चुनाव जीत चुकी है। वहीं भाजपा तीन बार और एक बार गठबंधन में चुनाव जीत सकी है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी नागौर की 8 सीटों में से चार सीटें कांग्रेस ने जीती हैं, जबकि भाजपा दो सीटें ही जीत सकी है।

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