Rajasthan News: राजस्थान पुलिस ने फर्जी एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर ठगी करने वाले 8 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने लोगों को धोखा देने के लिए पेड़ों पर मचान बनाकर ठगी का अनोखा तरीका अपनाया था। पुलिस ने इनके पास से 16 मोबाइल फोन और 22 फर्जी सिम कार्ड जब्त किए हैं। यह गिरोह अब तक एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर चुका है, और इन पर एनसीआरपी पोर्टल पर 55 शिकायतें दर्ज हैं।

ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत बड़ी कार्रवाई

डूंगरपुर साइबर थाने के प्रभारी गिरधारी सिंह ने बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ अभियान चलाया जा रहा है। इसी दौरान साइबर थाना और साबला थाना पुलिस को पिंडावल गांव में ठगी के इस गिरोह की जानकारी मिली।

पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग पेड़ों पर मचान बनाकर वहां से फर्जी एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं। इस पर एसपी मोनिका सैन के निर्देशन में पुलिस टीम ने पिंडावल गांव में छापा मारा।

पेड़ों पर मचान बनाकर चला रहे थे ठगी का रैकेट

पुलिस ने मौके पर देखा कि कुछ लोग ऊंचे पेड़ों पर मचान बनाकर बैठे थे और वहीं से ठगी के लिए मोबाइल चला रहे थे। जब पुलिस ने उनकी डिवाइस और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की, तो उनके फर्जी एस्कॉर्ट सर्विस रैकेट में शामिल होने के ठोस सबूत मिले।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान इस प्रकार है:

  1. दलजी पुत्र पाटीदार (पिंडावल निवासी)
  2. जितेन्द्र पुत्र परती पाटीदार (पिंडावल निवासी)
  3. डायालाल पुत्र ताजेंग पाटीदार (बोडीगामा निवासी)
  4. कमलेश पुत्र नारायण पाटीदार
  5. परीक्षित पुत्र भगु पाटीदार
  6. हितेश पुत्र बंशीलाल पाटीदार
  7. राजेश पुत्र गौतम पाटीदार (पालोदा निवासी)
  8. राहुल पुत्र दिनेश चंद्र डामोर (वजेपुरा निवासी)

देशभर में कर चुके हैं करोड़ों की ठगी

पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह देशभर में साइबर ठगी के मामलों में सक्रिय था। इनके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में 55 शिकायतें दर्ज हैं, और अब तक इन्होंने एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ साइबर अपराध और धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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