Rajasthan News: सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपनी सुरक्षा को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया है। नागौर एसपी ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के इनपुट पर नागौर जिले में उनके लिए एक क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीम) तैनात की थी, लेकिन जिले की सीमा पार करते ही उनकी सुरक्षा हटा दी गई। जयपुर प्रवास के दौरान भी उन्हें कोई सुरक्षा नहीं दी गई, जिससे नाराज होकर बेनीवाल ने अपने दोनों पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) वापस भेज दिए।

नागौर में सीमित सुरक्षा का इंतजाम
एसपी नारायण टोगस के आदेश के अनुसार, नागौर में सांसद के निवास के बाहर पुलिस लाइन से एक क्यूआरटी टीम को हथियारों सहित तैनात किया गया। इसके अलावा, कंट्रोल रूम प्रभारी को सांसद के कार्यक्रमों के दौरान स्थानीय थानों से एस्कॉर्ट व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए थे। हालांकि, यह सुरक्षा व्यवस्था केवल नागौर तक ही सीमित रही।
बेनीवाल का सरकार पर सवाल
बेनीवाल ने ट्वीट कर राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा, “पहले मुझे चार आधुनिक हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए थे। सरकार बदलते ही उन्हें घटाकर दो कर दिया गया और अब उन दोनों को भी केवल साधारण पिस्टल दी गई है।”
उन्होंने आगे लिखा, “जब नागौर में खतरा है तो बाहर क्यों नहीं? मुझे किससे खतरा है, यह सरकार सार्वजनिक करे।” बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी इस मुद्दे पर जवाब मांगा।
सरकार पर भरोसा नहीं, जनता मेरी सुरक्षा करेगी: बेनीवाल
सांसद ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “मेरी सुरक्षा सरकार के भरोसे नहीं है। राजस्थान की जनता, किसान और जवान ही मेरी असली सुरक्षा हैं। अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नागौर एसपी का रवैया ऐसा है जैसे वह राज्य और केंद्र की एजेंसियों से भी ऊपर हों। बेनीवाल ने कहा कि वह देशभर में सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाते हैं और ऐसी स्थिति में केवल एक जिले तक सीमित सुरक्षा हास्यास्पद है।
तीन दिन से जयपुर में रहने के बावजूद सुरक्षा न मिलने पर सवाल
बेनीवाल ने बताया कि 25 अप्रैल को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें फोन कर जान का खतरा बताया था, लेकिन इसके बावजूद तीन दिन से जयपुर में रहने के दौरान कोई सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई। उन्होंने पूछा कि जब सुरक्षा का इनपुट था तो सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए?
जनता का आशीर्वाद मेरी असली ताकत
अंत में सांसद ने लिखा, “मेरे पीछे राजस्थान की आम जनता, गरीब और किसान का आशीर्वाद है, जो सरकार की सुरक्षा से कहीं बड़ा है। मुझे किसी भी सरकारी सुरक्षा की जरूरत नहीं।”
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