Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर शहर के डिग्गी बाजार इलाके में स्थित एक होटल में गुरुवार सुबह भीषण आग लगने की दर्दनाक घटना सामने आई है। होटल नाज़ में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक महिला और चार साल का बच्चा शामिल हैं। इस हादसे में आठ लोग झुलस गए, जिनमें डेढ़ साल का एक बच्चा भी गंभीर रूप से घायल है।

जान बचाने को तीसरी मंजिल से कूदे जायरीन

घटना की भयावहता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि होटल में ठहरे कई जायरीन ने अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से छलांग लगा दी। दो लोगों ने तीसरी मंज़िल से कूदकर जान बचाई, जिन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक महिला ने खिड़की से अपने बच्चे को नीचे फेंककर जान बचाने की कोशिश की।

दमकल टीम को पहुंचने में हुई देरी

सुबह करीब 8 बजे आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग को रवाना किया गया, लेकिन संकरे रास्ते के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई हुई। कुछ फायरकर्मी और पुलिसकर्मी धुएं की चपेट में आकर बेहोश भी हो गए। बावजूद इसके, दमकल टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।

मृतकों में नई दिल्ली के लोग भी शामिल

मृतकों की पहचान नई दिल्ली के मोती नगर निवासी मोहम्मद जाहिद (40), एक 30 वर्षीय महिला, 20 साल का युवक और एक अन्य 40 वर्षीय व्यक्ति के रूप में हुई है। झुलसे अन्य लोगों में डेढ़ साल का इब्राहिम, कृष्णा, अल्का और धवन शामिल हैं। सभी को अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताई दिल दहला देने वाली कहानी

स्थानीय निवासी मांगीलाल कलोसिया ने बताया, “AC फटने की आवाज आई, तो मैं पत्नी के साथ बाहर आया। आधे घंटे बाद फायर ब्रिगेड पहुंची। एक महिला ने खिड़की से अपने बच्चे को मेरी ओर फेंका और खुद कूदने लगी, लेकिन मैंने मना किया। एक युवक भी कूदा, उसके सिर में चोट लगी है।”

एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि आग बुझा दी गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि आग इलेक्ट्रिक पैनल में शॉर्ट सर्किट से शुरू हुई थी और देखते ही देखते पूरे होटल में फैल गई। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इतनी संकरी जगह पर होटल निर्माण की अनुमति कैसे दी गई, इस पर नगर निगम से जवाब तलब किया जाएगा।

18 जायरीन थे होटल में

एडिशनल एसपी हिमांशु जांगिड़ ने जानकारी दी कि होटल में करीब 18 लोग ठहरे हुए थे, जो अजमेर दरगाह में जियारत के लिए आए थे। उन्होंने बताया कि घटना के बाद एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और पुलिस की टीमें तत्काल मौके पर पहुंच गई थीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था।

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