Rajasthan News: जयपुर. प्रदेश के डीएलएड पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए होने वाली प्री-डीएलएड परीक्षा- 2024 का प्रश्न पत्र इस बार से हिंदी और अंग्रेजी भाषा में अलग-अलग छपवाए जाएंगे. ऐसा करने से प्रश्न पत्र छपवाने के खर्चे में कमी आएगी, वहीं दूसरी ओर प्रश्न पत्र में पृष्ठसंख्या कम होने से कागज की भी बचत होगी. इस वर्ष प्री-डीएलएड परीक्षा आयोजित करने के लिए वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा को नोडल एजेंसी नियुक्त किया है. जिसने यह बदलाव शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर किया है.

यह होगा लाभ

इस का लाभ ये होगा की 6 लाख प्रश्न पत्र गत वर्ष (32 से 40 पेज) बजाय मात्र 16 से 20 पेज में ही छप जाएंगे, जिससे कागज की बरबादी रुकेगी. साथ ही इस निर्णय से प्रदेश की लगभग सभी परीक्षाओं में दोनों भाषाओं में प्रश्न पत्र छपने की प्रवृति में परिवर्तन आएगा.

अब तक मात्र 3% ने दी अंग्रेजी की च्वॉइस

वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा के द्वारा प्री डीएलएड परीक्षा 2024 के लिए आवेदन 11 मई से प्रारम्भ कर दिए है और मंगलवार तक कुल 31925 आवेदन प्राप्त हो चुके है, जिसमें से अंग्रेजी भाषा में प्रश्न पत्र प्राप्त करने के लिए कुल 1067 (3.34%) अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है एवं हिंदी भाषा में प्रश्न पत्र प्राप्त करने के लिए कुल 30858 (96.66%) अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है.

पहले एक ही पेपर में होता था

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कैलाश सोडाणी ने बताया कि शिक्षा मंत्री निर्देशानुसार ये निर्णय किया गया है. गत वर्ष इस परीक्षा में लगभग 6 लाख अभ्यर्थी सम्मिलित हुए जिनमें से 5% अभ्यर्थी भी अंग्रेजी माध्यम के नहीं होते. अतः इन प्रश्न पत्रों का दोनों भाषाओं में छपवाना उचित नहीं है. इस के बजाय आवेदन के समय ही अभ्यर्थियों से उनकी चॉइस की जानकारी प्राप्त कर ली जाएगी.

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