Rajasthan News: सोमवार को राजस्थान विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्नकाल में पीपल्दा विधायक चेतन पटेल ने अतिवृष्टि से फसल खराब होने के मुद्दे को उठाया और किसानों को मुआवजा देने की मांग की। इस पर जब आपदा राहत राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने जवाब दिया, तो विपक्ष असंतुष्ट दिखाई दिया।

विपक्ष का आरोप

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि राजस्थान के किसान संकट में हैं, लेकिन भाजपा सरकार की आंखें बंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अतिवृष्टि से 50% से ज्यादा फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, लेकिन सरकार इसे केवल 33% बताकर किसानों के साथ विश्वासघात कर रही है। जूली ने सवाल किया कि सरकार ने अब तक कितने किसानों को मुआवजा दिया है और क्यों सरकार संख्यात्मक विवरण नहीं दे रही?

मंत्री ओटाराम देवासी का जवाब

टीकाराम जूली के पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि बाढ़ से 33% से ज्यादा नुकसान 20 जिलों में हुआ है, और पीपल्दा क्षेत्र के 175 गांव और दीगोद के 185 गांवों में भी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इन प्रभावित किसानों को जल्द ही अनुदान मिलेगा। देवासी ने यह भी बताया कि 25,418 हेक्टेयर भूमि पर फसल खराब हुई थी, और इस अनुदान की प्रक्रिया भी जारी है।

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की छुट्टी मंजूरी

इस दौरान, आपदा राहत मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने स्वास्थ्य कारणों से विधानसभा से छुट्टी मांगी थी। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जानकारी दी कि सदन में ध्वनिमत से किरोड़ी लाल मीणा की छुट्टी मंजूर की गई है। विपक्ष ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि मंत्री बीमार नहीं बल्कि मजबूर हैं।

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