Rajasthan News: जयपुर: एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आयोजित नीट यूजी-2024 के परिणाम में अनियमितताओं के आरोप को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. हाईकोर्ट की अवकाशकालीन एकलपीठ अगले सप्ताह इस याचिका पर सुनवाई करेगी. तनूजा यादव द्वारा दायर इस याचिका में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के जारी किए गए परीक्षा परिणाम को चुनौती दी गई है.
इस याचिका में शिक्षा मंत्रालय, एनटीए और नेशनल मेडिकल कौंसिल समेत अन्य संबंधित पक्षों को भी शामिल किया गया है. अधिवक्ता रामप्रताप सैनी ने मीडिया को जानकारी दी कि एनटीए ने गत 5 मई को नीट यूजी परीक्षा आयोजित की थी, जिसका परिणाम हाल ही में जारी किया गया है.
याचिका के अनुसार, ऑल इंडिया में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के रोल नंबर एक-दूसरे के आसपास थे, जो हरियाणा, गुजरात, यूपी, राजस्थान, दिल्ली और कर्नाटक से संबंधित थे. याचिकाकर्ता ने यह भी तर्क दिया कि इस स्तर की परीक्षा में 720 में से पूरे अंक प्राप्त करना संभव नहीं है. एक प्रश्न चार अंकों का था, जिसके परिणामस्वरूप किसी अभ्यर्थी के 719 अंक आना संभव नहीं था. इससे परीक्षा परिणाम में अनियमितताओं का संकेत मिलता है.
याचिका में यह भी बताया गया कि याचिकाकर्ता का परीक्षा केन्द्र विद्याश्रम स्कूल था, जहां उसे प्रश्न पत्र आधे घंटे की देरी से दिया गया, जिससे उसे सवाल हल करने के लिए कम समय मिला. अन्य कई केन्द्रों पर भी अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र देरी से दिए गए थे, और उन्हें ग्रेस मार्क्स प्रदान किए गए थे. याचिकाकर्ता को यह अंक नहीं मिले, इसलिए उसने भी ग्रेस मार्क्स की मांग की है.
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