Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर स्थित आरएनटी मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल में करंट लगने से डॉक्टर रवि शर्मा की मौत के मामले में दूसरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है, जिसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक डॉक्टर के चचेरे भाई और रेजीडेंट डॉक्टर प्रशांत शर्मा ने बताया कि उन्होंने पुलिस से दूसरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्राप्त की, जिसमें एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों ने करंट के झटके से सिर के पीछे चोट और फेफड़ों की स्थिति का उल्लेख किया है।

पहली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उन अंगों के सैंपल नहीं लिए गए, जहां करंट का असर हुआ था। इसके बजाय सामान्य त्वचा के सैंपल ही फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) के लिए भेज दिए गए। एसएमएस डॉक्टरों की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि करंट के झटके से मौत को नकारा नहीं जा सकता, और एफएसएल रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि होने की संभावना है।

डॉ. प्रशांत शर्मा ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा, “प्रशासन मर चुका है। मैं खुद को बहुत लाचार महसूस कर रहा हूं कि इस आजाद देश में एक पढ़ा-लिखा डॉक्टर करंट से मर जाता है और किसी को उसकी परवाह नहीं। अगर डॉक्टरों का ऐसा हाल है, तो आम जनता का क्या होगा? मेडिकल बोर्ड खुद को बचाने के लिए सैंपल में हेराफेरी कैसे कर सकता है?”

इस घटना के चौथे दिन भी आरएनटी मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में करीब 600 से अधिक रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कॉलेज प्रशासन और अधिकारियों का पुतला बनाया और रैली निकालकर परिसर में घुमाया। इस दौरान ‘कॉलेज प्रशासन हाय-हाय’, ‘कॉलेज प्रशासन मुर्दाबाद’ और ‘दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो’ जैसे नारे लगाए गए, जिसके बाद पुतला दहन किया गया।

डॉक्टर समुदाय ने इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना ने मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, और प्रदर्शन तब तक जारी रहने की बात कही जा रही है जब तक न्याय नहीं मिलता।

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