Rajasthan News: चूरू की कोतवाली पुलिस और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय टटलू गैंग के सात कुख्यात ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से करीब 2 लाख रुपये नकद, 3 करोड़ रुपये के नकली नोट, नकली नोट बनाने का सामान और दो लग्जरी वाहन जब्त किए हैं।

कोतवाली थाना प्रभारी सुखराम चोटिया ने बताया कि वार्ड 47 के निवासी हरिराम ने 16 अक्टूबर को शिकायत दर्ज की थी। हरिराम ने बताया कि सात लोगों ने उससे 50 हजार रुपये की ठगी की। बदले में उसे 500 रुपये की 20 गड्डियां दीं गई लेकिन जांच करने पर पता चला कि केवल गड्डी के ऊपरी और निचले नोट असली थे, बाकी सारे रंगे हुए सफेद कागज थे। विरोध करने पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और नकली नोट चलाने का दबाव बनाया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। एजीटीएफ और कोतवाली पुलिस ने मुखबिरों की सूचना और तकनीकी सहायता से एनएच-52 पर छापेमारी कर सात आरोपियों राजवीर वाल्मिकी (फतेहाबाद), संजय सुनार (हिसार), संजय वाल्मिकी (कनड़ी), अशोक वाल्मिकी (जींद), रोबिन सिंह वाल्मिकी (करनाल), अनिल वाल्मिकी (कैथल), और अनिल वाल्मिकी (हिसार) को गिरफ्तार किया। सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाले है।

छापेमारी में पुलिस ने पीड़ित के 50 हजार रुपये सहित कुल 2 लाख रुपये नकद, 3 करोड़ रुपये के नकली नोटों की 600 गड्डियां, पैकिंग सामग्री और दो लग्जरी गाड़ियां बरामद कीं। जांच में खुलासा हुआ कि गैंग सफेद कागजों में ऊपर-नीचे असली नोट लगाकर ठगी करता था। यह गैंग राजस्थान और हरियाणा में कई लोगों को ठग चुका हैं।

एसएचओ चोटिया ने बताया कि आरोपी हाल ही में जेल से रिहा हुए थे और दोबारा ठगी की साजिश रच रहे थे, लेकिन चूरू पुलिस की तत्परता ने उनके इरादों को नाकाम कर दिया। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है ताकि गैंग के अन्य संभावित सदस्यों का पता लगाया जा सके।

पढ़ें ये खबरें