Rajasthan News: भारतीय सेना में सेवा देने की इच्छा रखने वाली जोधपुर की बेटियों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है. शहर से 28 किलोमीटर दूर थबुकड़ा गांव में खसरा संख्या 43/7 में जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने बालिका सैनिक स्कूल के लिए 8 एकड़ भूमि निशुल्क आवंटित की है. यह भूमि संयुक्त निदेशक (स्कूल शिक्षा) के नाम की गई है.

यह जोधपुर संभाग का पहला बालिका सैनिक स्कूल होगा, जहां से बालिकाएं सेना, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस में शामिल होने का सपना साकार कर सकेंगी.
भामाशाहों से लिया जाएगा सहयोग
स्कूल के निर्माण के लिए शिक्षा विभाग ने 12 हजार करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं. साथ ही, इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान भामाशाहों और दानदाताओं से भी सहयोग लेने की योजना बनाई गई है. राज्य सरकार का भी इस प्रोजेक्ट के लिए निर्धारित बजट है.
सैनिक स्कूल में एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
कक्षा 6 में दाखिले के लिए छात्रा की आयु 10 से 12 वर्ष के बीच होनी चाहिए. डमिशन के लिए निम्न दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है:
- जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता और बच्चे का आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो (कम से कम 2)
- पिछले स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट
एडमिशन प्रक्रिया
एंट्रेंस परीक्षा:
- परीक्षा इंग्लिश भाषा में होगी.
- प्रश्न पत्र में भाषा, गणित, रीजनिंग, साइंस और सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल होंगे.
फिजिकल और मेडिकल टेस्ट: लिखित परीक्षा पास करने के बाद छात्राओं को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा.
पर्सनल इंटरव्यू:
- छात्रा और उसके माता-पिता का इंटरव्यू लिया जाएगा.
- शैक्षणिक विकास पर विशेष ध्यान
स्कूल में छात्राओं के शैक्षणिक विकास, संवाद कौशल और सामाजिक कौशल को विकसित करने पर जोर दिया जाएगा. - नर्सरी और पीजी कक्षाओं के लिए लिखित परीक्षा नहीं होगी.
पढ़ें ये खबरें
- ‘मैं चीखती रही, मेरे कपड़े फाड़ दिए, पूरी रात परेशान किया’, 60 साल के BJP पार्षद पर 25 साल की युवती का गंभीर आरोप, कहा- 4 दिनों तक बंधक बनाकर…
- धमाका के साथ आग लगने से इलेक्ट्रिक गाड़ी जलकर खाक, वाहन एजेंसी पर लापरवाही का आरोप
- RLD ने BJP को दी टेंशन? पंचायत चुनाव में उतरेगी पार्टी, संयोजक ने कहा- चुनाव को आंदोलन की तरह लड़ेंगे
- नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई : 1.20 करोड़ की संपत्ति फ्रीज, आरोपी ने पत्नी और गर्लफ्रेंड के नाम पर खरीदी थी जमीन-मकान
- उत्तराखंड को मिला स्वर्ण वटवृक्ष पुरस्कार, सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और पर्यटन विकास के लिए किया गया सम्मानित