Rajasthan News: जिले में दो साल से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रविवार देर रात एक युवक महिला को फांसी के फंदे से उतारकर जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

हरियाणा की रहने वाली थी महिला
जंक्शन थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया कि देर रात जिला अस्पताल चौकी से महिला की संदिग्ध मौत की सूचना मिली। मौके पर ड्यूटी ऑफिसर एएसआई जय सिंह पहुंचे। महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे युवक ने अपना नाम परमजीत बताया, जो मूल रूप से हरियाणा के करनाल का निवासी है। उसने पुलिस को बताया कि वह और महिला, पूजा रानी, दोनों दो साल पहले करनाल से हनुमानगढ़ आकर एक साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे।
पहले से विवाहित थी महिला, तीन बच्चों की मां
पुलिस पूछताछ में युवक ने बताया कि मृतका पूजा रानी पहले से विवाहित थी और उसके तीन बच्चे भी हैं। करीब दो साल पहले वह अपने परिवार को छोड़कर परमजीत के साथ हनुमानगढ़ में आकर रहने लगी थी।
मौत के कारणों की जांच जारी
थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह राठौड़ के अनुसार, प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, रविवार रात महिला ने फांसी लगाई थी। परमजीत ने उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए हैं और युवक से गहन पूछताछ की जा रही है। महिला के परिजनों को भी सूचना भेजी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस फिलहाल हर एंगल से मामले की जांच कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि मामला आत्महत्या का है या इसके पीछे कोई और वजह छिपी है।
पढ़ें ये खबरें
- कंपनी ने लगाया बड़ा दांव: 500 करोड़ का IPO जल्द, जानिए पैसा कहां लगेगा
- उत्तराखंड में छत्तीसगढ़ की बेटी को मिला सम्मान : IPS श्वेता चौबे को मिला मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक, “उत्तराखंड की शेरनी” के नाम से मिली पहचान
- Uttarakhand Weather : उत्तरकाशी समेत इन जिलों में आज फिर बरसेंगे बादल, अलर्ट जारी
- मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयानः बोले- 15 अगस्त को मिली थी कटी-फटी आजादी, तिरंगा इस्लामाबाद पर भी फहराएंगे
- दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव: AAP करेगी आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों का समर्थन