Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के दौरान देवली के समरावता में हुई हिंसा में एसडीएम अमित कुमार को थप्पड़ मारने के बाद नरेश मीणा की गिरफ्तारी हुई, जिससे इलाके में जबरदस्त बवाल मच गया। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ। इस मामले में सचिन पायलट ने बयान जारी करते हुए भजनलाल सरकार से घायलों को मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद हुई यह घटना दर्शाती है कि सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।
सचिन पायलट ने ट्विटर पर लिखा कि, मैं पीटीआई के पत्रकार अजीत शेखावत और कैमरामैन धर्मेंद्र कुमार पर हुए हमले की निंदा करता हूं, जो टोंक जिले में ड्यूटी पर थे और घटना को कवर कर रहे थे। पत्रकारों के साथ यह दुर्व्यवहार अस्वीकार्य है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
पायलट ने आगे कहा, जो घटनाएं मतदान के बाद राजस्थान में हुईं, उनसे साफ जाहिर होता है कि सरकार का नियंत्रण समाप्त हो चुका है। नागरिकों पर हमले और महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के साथ बर्बरता यह सरकार का असली चेहरा है। सरकार को अगर नियंत्रण नहीं है और वह लॉ एंड ऑर्डर संभालने की बजाय राजनीति कर रही है, तो जनता क्यों भुगते? घायलों को मुआवजा मिलना चाहिए और संपत्ति के नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि नरेश मीणा को एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। राज्य के RAS एसोसिएशन ने इस घटना के खिलाफ हड़ताल की थी, लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद इसे समाप्त कर दिया गया। नरेश मीणा की कोर्ट में पेशी होनी है, और उन पर 10 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। IAS सौम्या ने कहा कि नरेश मीणा और उनके समर्थकों के खिलाफ चार्ज फ्रेम किए जा चुके हैं और टोंक एसपी डिस्ट्रिक्ट जज के साथ मिलकर पेशी की तारीख तय करेंगे।
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