Rajasthan Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विवादास्पद नारे ‘बंटोगे तो कटोगे’ को लेकर राजस्थान में सियासी हलचल बढ़ गई है। हरियाणा के बाद अब महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव में भी यह मुद्दा छाया हुआ है।

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस नारे पर आपत्ति जताते हुए इसे आपत्तिजनक बताया था। गहलोत ने कहा था कि यह नारा एक मुख्यमंत्री की तरफ से दिया जा रहा है, जबकि चुनाव आयोग ‘एक रहोगे तो सेफ रहोगे’ जैसे नारे पर भी कोई रोक नहीं लगा रहा। अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है।

बांटने का काम कांग्रेस ने किया

मदन राठौड़ ने आरोप लगाया कि देश को विभाजित करने का काम कांग्रेस ने किया है। उन्होंने कहा, आजादी से पहले भी कांग्रेस ने देश को बांटा था। कांग्रेस धर्म के आधार पर विभाजन की राजनीति कर रही है। राठौड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ‘एक रहोगे तो सेफ रहोगे’ का समर्थन करते हुए कहा कि यह सच है। यदि कांग्रेस को इस नारे से ऐतराज है, तो इसका मतलब उन्हें एकता से दिक्कत है। उन्होंने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया।

नरेश मीणा के थप्पड़कांड पर दी प्रतिक्रिया

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने गहलोत के बयान पर कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है और उनका दृष्टिकोण स्पष्ट है एक रहोगे तो सेफ रहोगे। वहीं, उन्होंने राजस्थान में एक विशेष घटना का जिक्र करते हुए कहा कि गहलोत की मौजूदगी में एक व्यक्ति ने धमकी दी थी कि अगर वह सड़क पर आ गए तो स्थिति खराब हो जाएगी, लेकिन गहलोत ने उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

इसके बाद, देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा समरावता गांव में एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना पर मदन राठौड़ ने कहा कि एसडीएम पर ऐसी कोई भी घटना अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, अगर किसी जनप्रतिनिधि को शिकायत है, तो उसे अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए, न कि अपना आपा खोना चाहिए। नरेश मीणा के राजनीतिक जीवन की शुरुआत हो रही है, उन्हें संयम और मर्यादा बनाए रखने की जरूरत है, यही उनकी सफलता का मार्ग होगा।

पढ़ें ये खबरें