नितिन नामदेव, रायपुर। भाजपा नेता राजेश मूणत ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी गिरोह बनाकर भ्रष्टाचार के लिए काम कर रही थी, जनहित में काम नहीं की. अगर काम करती तो सरगुजा से लेकर बस्तर की सीटों में एकतरफा निर्णय नहीं आता. जनता को भय और आतंकवाद से मुक्ति चाहिए था, इसलिए भाजपा को चुना.

पूर्व मंत्री और रायपुर पश्चिम से नवनिर्वाचित विधायक राजेश मूणत ने अवैध कब्जा हटाने को लेकर कहा कि जिन लोगों ने अवैध कब्जा बसाया था, वही उजड़ रहे हैं. प्रशासन यह चिन्हित करें कि कब्जाधारी कौन हैं. उनके खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही थी
यह अधिकारी बताएं. जिन अधिकारियों ने गड़बड़ की है. उन पर तो निश्चित ही गाज गिरेगी.

मूणत ने कहा कि 15 साल के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को सरकारी बंगला देने में देरी कर दी. तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी मंडल ने बंगला अलॉटमेंट करने की बात कही, लेकिन कांग्रेस सरकार ने महीनों तक बंगला नहीं दिया. जो बंगला दिया वह थर्ड क्लास का था. मंत्रियों को सुरक्षा देने से भी मना कर दिया, लेकिन अभी मुख्यमंत्री को बंगला अलॉट कर दिया गया है.

उन्होंने सवाल किया कि सरकार गठन से पहले कैसे बंगला अलॉट कर दिए गए. अफसर सुधर जाएं, क्योंकि अभी भी कई अधिकारी कांग्रेस के समर्थन में काम कर रही है. मूणत ने विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को लेकर कहा कि संगठन की अपनी प्रक्रिया है, जिसके तहत मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल का गठन होगा. मुख्यमंत्री बीजेपी का ही कोई कार्यकर्ता बनेगा.

छत्तीसगढ़ महतारी को लेकर कांग्रेस द्वारा बीजेपी पर लगाए आरोप पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी दिल और दिमाग में है. कांग्रेस के जैसे नहीं है. कांग्रेस अपनी पार्टी की चिंता करें, उनके एक मंत्री कहते है अपने-अपने बंटवारे में लगे रहे. मुख्यमंत्री कहते हैं कि EVM में ऐसा हुआ. हमें मिर्ची नहीं लगती.

उन्होंने कहा कि अल्बर्ट पिंटू को गुस्सा क्यों आता है? जनता ने वोट दिया है, समीक्षा करो. कांग्रेस जनहित में काम नहीं करती है. अगर की होती तो रायपुर की सातों सीट और सरगुजा बस्तर में एक तरफा जीत हमें नहीं मिलती. जनता ने कांग्रेस को नकार दिया. जनता को भय और आतंकवाद से मुक्ति चाहिए थी.