पठानकोट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक बार फिर देश के लोगों से मन की बात की. प्रधानमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए किए गए प्रयासों की चर्चा करते हुए आने वाले समय में और सतर्कता बरतने को जरूरी बताया. पीएम मोदी ने इस दौरान पठानकोट के राजू बाजीगर की चर्चा की. आखिर कौन है राजू बाजीगर और उसने ऐसा क्या किया, जिससे प्रधानमंत्री तक को चर्चा करनी पड़ी.

पठानकोट के ढाकी रोड में रहने वाला 40 वर्षीय राजू बाजीगर एक दिव्यांग भिखारी है, जो वर्ष 1984 से एमएसडीआरएसडी कॉलेज के आस-पास भीख मांग रहा है. उसके मां-बाप से भिक्षावृत्ति को पेशा बनाए जाने के बाद से घर से बाहर निकाल दिया था. पहले पहल लकड़ी के पट्ठे पर बैठकर कॉलेज के आसपास छात्रों से भीख मांगता है, और इस पैसे से वह गरीब बच्चियों की शादी के लिए मदद किया करता था.

थोड़ा बड़ा होने पर स्थानीय लोगों ने उसे व्हीलचेयर लेकर दे दिया, जिससे वह शहर भर में घूमकर भी मांगने लगा. इससे उसकी आमदनी भी बढ़ गई. भीख से मिले इसी पैसे से उसने कोरोना संक्रमण काल में गरीब लोगों को मास्क और भोजन देने लगा. ‘मन की बात’ में जिक्र किए जाने सेअभिभूत राजू प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता है.

राजू ने कोरोना संकट में गरीबों की मदद के लिए वाकई में कितने पैसे खर्च यह तो नहीं बता पाता लेकिन एक लाख रुपए के करीब होने की बात कहता है. वह कहता है कि दूसरों की मदद के अलावा मेरे जीवन का कोई उद्देश्य नहीं है.

राजू का नाम चर्चा में आने से खुश पठानकोट के एमएलए अमित विज कहते हैं कि पठानकोट इस विशेष व्यक्ति के साथ उन सभी का आभारी है, जो आड़े वक्त में जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं.