रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार बहनों के लिए एक खास चेतावनी भी है. राखी सिर्फ एक धागा नहीं, भाई-बहन के रिश्ते का सबसे मजबूत प्रतीक है. लेकिन अगर यह धागा अशुद्ध हुआ, तो भाई के जीवन में अशुभता ला सकता है. जी हां, ज्योतिषाचार्यों के अनुसार कुछ राखियां ऐसी होती हैं जिन्हें रक्षाबंधन पर बांधना वर्जित माना गया है और गलती से भी इनका उपयोग करना भाई के जीवन में बाधाएं, रोग या दुर्भाग्य का कारण बन सकता है.

बता दें कि काली, फटी, टूटी, प्लास्टिक या हड्डी से बनी राखियां बेहद अशुभ होती हैं. इनका संबंध नकारात्मक ऊर्जा से होता है, जो भाई के स्वास्थ्य, करियर या दांपत्य जीवन को प्रभावित कर सकती हैं. तो इस बार राखी खरीदते समय सिर्फ डिजाइन या रंग नहीं, उसकी पवित्रता और प्रतीकात्मकता पर भी ध्यान देना जरूरी है.
इन राखियों को माना जाता है शुभ
चंदन, मौली या केसरिया धागे वाली राखी
स्वास्तिक, ओम, गणेश या रक्षासूत्र वाली राखी
लाल, पीले या सफेद रंग की सूती राखियां
शुभ राखी बांधने का मुहूर्त
प्रातः 10:30 से शाम 7:15 तक
(इस अवधि में भद्रा नहीं है, इसलिए राखी बांधना शुभ रहेगा) दोपहर के समय या प्रदोष काल में राखी बांधना विशेष फलदायी माना गया है.
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