Raksha Badhan Shubh Yog : रक्षाबंधन का त्योहार का सनातन धर्म में खास महत्व है. इस साल पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और शोभन योग बन रहा है. ये सभी योग शुभ माने जाते हैं. यह माना जाता है कि इन योगों में भाइयों की कलाई पर बंधी गई राखी का प्रभाव और अधिक शुभ होता है. इस बार भद्रा और पंचक का साया भी रहेगा. भद्रा काल में राखी बांधने से बचना चाहिए.
इस साल राखी का त्योहार सभी के लिए लाभ और शुभ योग से भरा हुआ है. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 19 अगस्त दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 07 मिनट तक है. इसके साथ ही इस दिन सावन माह का अंतिम सोमवार और पूर्णिमा का संयोग बन रहा है. इस दौरान सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग भी बन रहा है. इस दिन दोपहर 01 बजकर 32 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 07 मिनट तक आप अपने भाई को राखी बांध सकते हैं.
राखी बांधने का मुहूर्त (Raksha Badhan Shubh Yog)
- रक्षाबंधन का समय – दोपहर 1: 30 से रात 9:06 तक
- राखी बांधने का समय – दोपहर 1 बजकर 46 मिनट से 4 बजकर 19 मिनट तक
- अवधि – 2 घण्टे 37 मिनट
- रक्षाबंधन में प्रदोष काल का मुहूर्त – शाम 06 बजकर 56 मिनट से रात 09 बजकर 07 मिनट तक
- अवधि – 02 घण्टे 11 मिनट
पंचक का भी रहेगा साया
हर माह के 5 दिन ऐसे होते हैं जिनमें कई तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने की मनाही बताई गई है. इन्हें पंचक कहा जाता है. बता दें कि अगस्त माह में पंचक का आरंभ श्रावण मास की पूर्णिमा यानी 19 को शाम 7 बजकर 1 मिनट से पंचक आरंभ हो रहे हैं, जो 23 अगस्त रहेंगे. लेकिन सोमवार के दिन शुरू होने के कारण ये राज पंचक होंगे. ऐसे में आप शुभ कामों को आसानी से कर सकते हैं. इसमें किसी प्रकार का दोष नहीं लगता है.
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