Rakshabandhan 2025: रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त को देशभर में धूमधाम से मनाया गया. लेकिन कई बार परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि बहन अपने भाई तक समय पर नहीं पहुंच पाती या भाई अपनी बहन के पास नहीं आ पाता. अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो चिंता की बात नहीं. आपके पास अब भी भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को रक्षा सूत्र में बांधने का सुनहरा मौका मौजूद है.
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Rakshabandhan 2025
पंडितों के अनुसार, रक्षाबंधन का पर्व भले ही श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है, लेकिन परंपरा में यह भी मान्यता है कि राखी बांधने के बाद रक्षा सूत्र को जन्माष्टमी तक पहनना शुभ होता है. इस वर्ष जन्माष्टमी 16 अगस्त को है, और तब तक राखी बांधने का समय है. हालांकि, ऐसा करते समय राहुकाल से बचना जरूरी है. दिन में राखी बांधने के लिए दोपहर से पहले या अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर माना जाता है.
Rakshabandhan 2025. अभिजीत मुहूर्त सामान्यतः दोपहर 12 बजे से 12:53 बजे तक रहता है. इस दौरान भाई-बहन एक-दूसरे के प्रति अपनी भावना व्यक्त कर सकते हैं और रक्षा सूत्र बांधकर रिश्ते की डोर को और मजबूत बना सकते हैं. पंडितों का कहना है कि इस अवधि में राखी बांधना अशुभ नहीं माना जाता.
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