Rakshabandhan Celebration in Madhya Pradesh Central and District Jail: राखी का पवित्र त्यौहार स्नेह और रेशन के धागे जीवन भर साथ निभाने का संकल्प दिलाते हैं। इस पावन अवसर पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा का सूत्र बांधती है। इस खास मौके पर मध्य प्रदेश की केंद्रीय जेल और जिला जेलों में रक्षाबंधन मनाया गया। बहनों ने जेलों में बंद अपने-अपने भाइयों से मुलाकात की और उन्हें राखी बांधी। साथ ही उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना भी की। वहीं जेल प्रबंधन ने राखी त्यौहार को देखते हुए खास इंतजाम किए।

भोपाल सेंट्रल जेल में विशेष व्यवस्था

शब्बीर अहमद, भोपाल। भोपाल सेंट्रल जेल में बड़ी संख्या बहनें पहुंची और अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा का सूत्र बांधा। राखी के त्यौहार को लेकर जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की थी। मिठाई, राखी, नारियल समेत कई वस्तुओं की व्यवस्था की गई। वहीं बहनों ने भाइयों से अपराध नहीं करने का वचन लिया। कैदियों ने कहा कि एक गलती के कारण आज पूरा परिवार परेशान है। भोपाल केंद्रीय जेल में सुबह से 1700 से ज्यादा बंदियों को राखी बांधी गई। जेल में अपने भाइयों से मिलने पहुंची बहनों को बाहर से किसी भी चीज को लाने की इजाजत नहीं थी। सभी पर प्रतिबंध लगाया गया था। कैंटीन से ही मिठाई और दूसरी खाद्य सामग्री दी गई थी।

जबलपुर केंद्रीय जेल में खास इंतजाम

कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर सेंट्रल जेल में भी विशेष इंतजाम किया गया। सुबह से ही सैकड़ों बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंची। इस बार जेल प्रबंधन ने बाहर से राखी और मिठाई लाने पर प्रतिबंध लगाया था। जेल के अंदर ही रक्षाबंधन किट लेकर बहनों ने भाइयों को राखी बांधी।

इंदौर में एक हजार से ज्यादा बहनों ने बांधी राखी

चंकी बाजपेयी, इंदौर। इंदौर में भाई बहन के पावन त्यौहार रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम और हर्षौल्लास के साथ मनाया गया। सेंट्रल जेल में भी बहनों ने जेल के अंदर बंद अपनी बंदी भाइयों को राखी बांधकर उन्हें शुभकामनाएं दी। वहीं उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य की भी कामना की है।

बेगमगंज उपजेल में अलग नजारा

अनिल सक्सेना, रायसेन। रायसेन के बेगमगंज उप जेल में इस बार कुछ अलग नजारा देखने को मिला। एचपी पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राएं शनिवार को जेल पहुंचीं और बंदियों को राखी बांधी। छात्राओं ने न केवल राखी बांधी, बल्कि उन्हें नशामुक्त जीवन और अपराध से दूरी की शपथ भी दिलाई।

धार जिला जेल में भावुक हुई बहनें

रेणु अग्रवाल, धार। धार जिला जेल में सुबह 8 बजे से ही दूर-दूर गांवों से बहनें अपने भाई को राखी बांधने के लिए पहुंची। नारियल, राखी, मिठाई लेकर जिला जेल के बाहर बहनें अपनी बारी का इंतजार कर रही थी। जैसे ही जेल के गेट से उनका नाम पुकारा गया तो वह अंदर जाकर अपने भाई को देखकर भावुक हो ऊठी। कई बहनें तो अपने भाई के गले लग कर रोती हुई नजर आई। वहीं बहनों ने अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए ईश्वर से यह प्रार्थना करती नजर आई की कभी जेल में राखी का त्यौहार न मनाना पड़े।

बड़वानी में बहनों ने की भाइयों की रिहाई की प्रार्थना

समीर शेख, बड़वानी। बड़वानी केंद्रीय जेल में बंद कैदियों को बड़ी संख्या में बहनें राखी बांधने पहुंची और उनके जल्द रिहा होने की प्रार्थना भी की। इंदौर से आई शोभा शुक्ला ने भी अपने भाई को राखी बांधा। शोभा ने कहा कि ‘हमें तो इंतजार रहता है कि कब रक्षाबंधन आए और हम अपने भाई से मुलाकात करें। मेरा भाई पिछले साढ़े तीन साल से एक केस के चलते जेल में बंद है। इस मामले में उस पर कई धाराएं लगी हैं लेकिन अगर मेरा भाई छूट जाए तो मेरे लिए इससे बड़ी खुशी नहीं होगी।

केंद्रीय जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर पूरी व्यवस्थाएं की गई थी, ताकि कैदियों की बहनें उन्हें राखी बांध सके। कैदियों के परिवार से आने वाली मां एवं बहनों के लिए राखी में लगने वाली सामग्री भी जेल प्रशासन ने उपलब्ध कराई। उन्होंने बताया कि लगभग 400 बहनों ने अपने भाइयों को राखी बांधी।

हरदा जिला जेल में बहनों ने दिलाया अपराध न करने का संकल्प

अखिलेश बिल्लौरे, हरदा। हरदा जिला जेल में रक्षाबंधन पर भीड़ उमड़ पड़ी। क्योंकि बहनों के भाई जेल में बंद है और उस भाई से मिलने और उसकी कलाई सुनी न रहे चाहे वह जेल में ही क्यों न हो। रक्षा सूत्र बांधने के लिए जिला जेल ने बहनों के लिए व्यवस्थाएं की। सुरक्षा की दृष्टि से प्रबंधन ने बहनों को मिठाई जिला जेल की ओर से दी। बहनों ने अपने भाइयों को रोते हुए और आशीर्वाद देते हुए राखी बांधी है। साथ ही इस संकल्प के साथ रक्षा सूत्र भाई की कलाई पर बांधा है कि अब वह कोई भी अपराध न करें।

दतिया जिला जिले में राखी और मिठाई लाने की मिली छूट

रवि रायकवार, दतिया। दतिया जिला जेल में रक्षाबंधन पर कैदियों के लिए खास व्यवस्था की गई। जेल प्रशासन ने मानवीय पहल करते हुए बहनों को भाइयों से राखी बांधने और घर से 200 ग्राम तक की मिठाई लाने की छूट दी। यह परंपरा पिछले 4 साल से ही बंद थी, जिसमें बहनों को जेल कैंटीन से मिठाई खरीदनी पड़ती थी।

जेल अधीक्षक ओपी पांडे ने बताया कि वर्तमान में जिला जेल दतिया में 255 कैदी हैं, जिनमें 169 पुरुष 29 महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। रक्षाबंधन पर सामान्य मुलाकात बंद रखी गयी, लेकिन राखी पर भावनाओं की डोर जरूर मजबूत होगी। इस बार 500 से अधिक बहनों ने अपने कैदी भाइयों को राखी बांधी।

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