रायपुर। 300  सौक करोड़ के तेंदूपत्ता घोटाला मामले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आज फिर प्रेसवार्ता कर रमन सरकार पर जमकर हमला बोला. भूपेश बघेल ने नीलामी प्रकिया के दस्तावेज मीडिया में पेश करते हुए कहा, कि सरकार ने ठेकेदारों से मिलीभगत कर 3 सौ करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया है.

बघेल ने कहा, कि सरकार ने जो दस्तावेज कोर्ट के सामने दिए है वही प्रमाण है इस घोटाले का. जिसमें सरकार ने बाताय है कि किस तरह 2007 से लेकर 2018 तक सरकार तेंदूपत्ता की नीलामी की है.  बघेल दस्तावेज दिखाते हुए कहा, कि साल 2007 में सरकार 17 लाख बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण करती है. इसी तरह 2012 और 2017 में 17 लाख से अधिक संग्रहण सरकार करती है. लेकिन 2008, 2013 और 2018 में संग्रहण 14 लाख तक सीमित हो जाती है. बघेल ने इसे लेकर सवाल उठाएं हैं कि चुनाव से पहले के वर्ष में अधिक संग्रहण तेंदूपत्ता का होता लेकिन चुनावी वर्ष में कम क्यों ? बघेल ने ये भी सवा उठाएं है कि आंकड़े कम दिखाकर सरकार संग्राहकों बोनस कम देना चाहती है ? सवाल इसे लेकर भी कि हर चुनावी वर्ष में सरकार का ये आंकड़ा कम-ज्यादा कैसे होता है ?

भूपेश बघेल का आरोप है कि सरकार ठेकेदारों से मिलकर चुनावी वर्ष में इसी तरह से घोटाला करती है और फिर घोटाले की रकम नक्सलियों तक पहुँचाती है. वहीं इस घोटाले में ठेकेदारों, अधिकारियों और मंत्रियों की मिलीभगत है. इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.