रायपुर। कांग्रेस के ब्राह्मण नेताओं में क्या खुद को दूसरे से अलग और श्रेष्ठ ब्राह्णण साबित करने की होड़ मची है? ये सवाल इसलिए क्योंकि कांग्रेस के विश्वसनीय सुत्र के मुताबिक प्रदेश के सभी आला नेताओं की मौजूदगी में अमितेष शुक्ल ने खुद को अलग श्रेणी का ब्राह्णण बता दिया. यह सुनकर वहां मौजूद दूसरे ब्राह्मण नेता झेंप गए.
सुत्र के मुताबिक हुआ यूं कि कांग्रेस के प्रदेश कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के घर पर दिग्विजय सिंह पहुंचे. उनके साथ उनके सभी राजनीतिक शिष्य पहुंचे. इनमें ब्राह्मण नेता सत्यनारायण शर्मा, रविंद्रे चौबे, राजेंद्र तिवारी और अमितेष शुक्ल भी शामिल थे. कोषाध्यक्ष रामगोपाल के घर सबने मिलकर भोजन किया.
इसके बाद रामगोपाल ने कहा कि चूंकि नवरात्र चल रही है और आप सभी ब्राह्मण यहां आए हैं. इसलिए आप सभी का हम सम्मान करेंगे. सुत्र बताते हैं कि उन्होंने सभी ब्राह्मण नेताओं के पैर छूए और फिर उन्हें दक्षिणा दी. सबने रामगोपाल को आशीर्वाद देते हुए दक्षिणा ले ली. लेकिन अमितेष शुक्ल ने दक्षिणा लेने से मना कर दिया.
उन्होंने रामगोपाल को दो टूक कह दिया कि वे अलग तरह के ब्राह्मण हैं जो दक्षिणा नहीं लेते. इस पर सत्यनारायण शर्मा ने तत्काल कमेंट किया कि ये महाब्राह्मण हैं इसलिए दक्षिणा नहीं लेते.
हालांकि, ये बात कुछ नेताओं को नागवार गुजरी. लेकिन सत्यनारायण शर्मा ने कमेंट करके माहौल को हल्का कर दिया.
गौरतलब है कि इससे पहले जिलाध्यक्षों की सीटें निर्धारित करने में अमितेष ने यह कहकर तीन-चार जिलों में अपने नाम दे दिए थे कि उनके पास दो-दो परिवार (वीसी और श्यामाचरण) की राजनीतिक विरासत है. उनके इस रुख को लेकर भी बाकी नेताओं को काफी आश्चर्य हुआ था.