जशपुर। पत्थलगांव से 7 बार विधायक रहे रामपुकार सिंह का नाम कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सूची से गायब है. इसे लेकर रामकुमार सिंह ने नाराजगी भी जताई है. बता दें कि अगर ये नाम सदस्यता सूची में नहीं जोड़े गए, तो वे संगठन चुनाव समेत किसी भी चुनाव में शामिल नहीं हो पाएंगे. यहां तक कि वे पार्टी के सदस्य भी नहीं रह पाएंगे. मामला अब प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक जा पहुंचा है और PCC कांग्रेस की सदस्यता सूची से नाम गायब होने वाले नेताओं की छानबीन में लग गई है.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 6 महीने पहले सदस्यता सूची में नाम जोड़ने या हटाने का काम शुरू किया था. अब 2 दिनों पहले ही खुलासा हुआ है कि इस सूची से वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामकुमार सिंह का नाम गायब है.
कई नेताओं के नाम नदारद
बताया जा रहा है कि सदस्यता सूची से पार्टी के प्रदेश सचिव शेखर त्रिपाठी, जिला सचिव कुलविंदर सिंह भाटिया, प्रदेश सचिव आरती सिंह के नाम भी गायब हैं. सूची आने के बाद से प्रदेश और जिला कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि पार्टी के नए नियम के मुताबिक, वही पार्टी का प्राथमिक सदस्य कहलाएगा, जिसका नाम संगठन के मतदाता सूची में रहेगा. इसी वजह से नेताओं के पसीने छूट रहे हैं.
इससे बड़ी साजिश नहीं हो सकती- रामपुकार सिंह
इधर पूर्व विधायक रामपुकार सिंह का कहना है कि पार्टी के नियम के अनुसार उन्होंने कई दिन पहले ही जिला कांग्रेस कमेटी को सदस्यता बुक सौंप दिया था, लेकिन अब उन्हें पता चल रहा है कि सदस्यता बुक ही गायब है. ऐसे में पूरी जवाबदेही जिला कांग्रेस कमेटी की है. उन्होंने फोन पर दिए गए औपचारिक बयान में कहा है कि नाम गायब करना षडयंत्र भी हो सकता है.
प्रदेश कार्यालय में चल रही है छानबीन- पवन अग्रवाल
इधर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल का कहना है कि सदस्यों की सूची गायब नहीं हुई होगी. उन्होंने कहा कि हो सकता है किसी और वजहों से नाम छूट गया होगा. उन्होंने बताया कि पीसीसी को पूरी जानकारी है और नेताओं की सदस्यता बुक ढूंढी जा रही है. उन्होंने जल्द ही सदस्यता क्रमांक आने की उम्मीद जताई.
वहीं रामपुकार सिंह का नाम पार्टी की सदस्यता सूची से गायब होने और भविष्य में चुनाव नहीं लड़ पाने के सवाल पर जशपुर के DRO अजय शर्मा ने कहा कि वे इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलेंगे. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कोई दसवीं ही पास नहीं होगा, तो भला बीए कैसे पास करेगा.
इधर कांग्रेस के महासचिव गिरीश देवांगन ने कहा कि अगर कहीं भी रसीद कटी होगी, तो नाम जुड़ जाएगा.
बहरहाल, एक ओर जहां कांग्रेस में आदिवासी मुख्यमंत्री का मुद्दा गरमाया हुआ है और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं ऐसे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक रामपुकार सिंह का नाम सदस्यता सूची में नहीं मिलना कई सवालों को जन्म दे रही है.