नई दिल्ली. राम जन्म भूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रामविलास वेदांती ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे को लगभग सुलझा लिया है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 2019 लोकसभा चुनावों से पहले शुरु हो जाएगा. वेदांती ने कहा कि कुछ अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की मध्यस्थता से आपसी सहमति बन गई है. इसके तहत लखनऊ में दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद बनाई जाएगी, जबकि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनेगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि मस्जिद बाबर के नाम पर नहीं होगी.
राम विलास ने यह बाते इलाहाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहीं. मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाएगा, जिसके बाद मंदिर निर्माण शुरु होगा. वेदांती ने दावे के साथ कहा कि उनके इस समझौते की वजह से चीफ जस्टिस आफ इंडिया जस्टिस दीपक मिश्र अपने कार्यकाल में ही अयोध्या में मंदिर बनने के फार्मूले पर अदालत की सहमति दे देंगे. गौरतलब है कि जस्टिस दीपक मिश्रा इसी साल दो अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं.
वेदांती ने यह भी दावा किया है कि आउट आफ कोर्ट सेटेलमेंट के तहत ही अगले साल लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. उनके मुताबिक़ देश में अमन चैन कायम रहने और आपसी भाई चारा बढ़ाने के लिए लखनऊ में प्रस्तावित मस्जिद और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम सभी लोग मिल जुलकर कराएंगे.