रिपोर्ट- संतोष चौधरी, जशपुर। साल भर तक दुष्कर्म का शिकार होने के बाद, दोनों हाथों से दिव्यांग एक युवती अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ पुलिस के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंची। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने हवस का शिकार बनाने वाले दरिंदे के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है।

मामला जशपुर जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र का है जहां जन्म से ही दोनों हाथों से दिव्यांग युवती अपने माता-पिता के साथ थाना पहुंची । इस लड़की कसूर सिर्फ इतना है कि वह अपने जीवन में संघर्ष करते हुए अपने दोनों पैरों के सहारे जीवन में प्यार का रंग भरने की चाहत में अपने ही दुष्कर्मी पर भरोसा कर बैठी।

हवस का पुजारी सुरेश राम ने पहली बार उस समय अपनी हवस का शिकार बनाया जब लड़की दीपावली के समय अपनी सहेली के घर से मोबाइल चार्ज कराकर अकेले घर लौट रही थी। पीड़ित युवती का कहना है कि सुरेश राम ने मुझसे जबर्दस्ती करने के बाद शादी करने की बात कहते हुए धमकी दी कि किसी को बताई तो जान ले लूंगा।

इसके बाद जब भी इस दिव्यांग लड़की को अकेले पाया दुष्कर्म करता रहा।और लड़की इस उम्मीद में सबकुछ सहते रही कि एक दिन शादी करके घर बसाऊंगी।जब लड़की गर्भवती हो गई तब आरोपी सुरेश लड़की से छुपने लगा। इधर जब लड़की 8 माह की गर्भवती हो गई और प्रेमी की दगाबाजी का अंदाजा हो गया तो लोक लाज के भय से मुम्बई में अपनी बहन के पास चली गई।जहाँ 1 जुलाई को एक बच्ची को जन्म दिया।

इधर जब पीड़िता के माता-पिता को इस बात की जानकारी मिली तो दोनों अपनी बेटी को मुंबई से घर ले आये।इस मामले को लेकर गाँव में दो बार पँचायत बैठी लेकिन इस गरीब,लाचार पीड़िता पर ही आरोपी ने लांछन लगाते हुए बच्ची को अपना मानने से इंकार कर दिया और यह भी कह दिया कि जाओ थाने में शिकायत कर दो।बस फिर क्या पँचायत से न्याय नहीं मिली तो अपनी दुधमुंही बच्ची को लेकर पीड़िता थाने के शिकायत करने पहुंच गई।

कुनकुरी  थाने में मौजूद टीआई गौरीशंकर दुबे को जब पीड़िता ने आपबीती सुनाई तो मामले की गम्भीरता को देखते हुए टीआई ने  शिकायत पर तत्काल एफआईआर दर्ज किया और हवस के दरिंदे को गिरफ्तार करने पुलिस की टीम रवाना कर दी है।