हेमंत शर्मा, इंदौर। जहां एक तरफ देशभर में आदि शक्ति की आराधना के बाद बुराई पर अच्छाई की जीत के दिन यानी दशहरे का बेसब्री से इंतजार रहता है. वहीं दूसरी ओर दशहरा नजदीक आते ही रावण को पूजने वाले भी अपना समर्पित प्रेम प्रदर्शित कर रहे हैं. दरअसल, मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक जहां 30 सदस्यीय एक परिवार रावण की आराधना में जुटा हुआ है.

बता दें कि यह परिवार अपने मुखिया द्वारा दी गई सीख के बाद पिछले 12 वर्षों से रावण की भक्ति में जुटा हुआ है. परिवार हर दशहरे के दिन रावण की भव्य आरती करने के साथ ही परिवार सहित, यज्ञ करते हैं. जिसके लिए गोहर परिवार द्वारा रावण का एक मंदिर भी बनाया गया है.

पुराणों की माने तो लंकेश या दशानंद कहे जाने वाला रावण दुनिया का सबसे बड़ा और विद्वान पंडित था और रावण जैसा ज्ञानी, दुनिया में कोई नहीं था. लेकिन कहते हैं कि विनाश काले विपरीत बुद्धि और ये ही वजह थी कि रावण का ऐसा अंत हुआ जो आज भी भुलाए नहीं भूला जाता है. बावजूद इसके इंदौर का गोहर परिवार ऐसा भी है जो रावण का परमभक्त है. साथ ही उस परिवार की आस्था भी ऐसी है कि गौहर परिवार की नई पीढ़ी के नामो में लंकेश, कुंभकर्ण, मेघनाथ, शूर्पणखा जैसे नाम रखे हैं.