संजय विश्वकर्मा,उमरिया। संगठन और सुचिता का पाठ पढ़ाने वाली बीजेपी में नगर पालिका चुनाव में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीजेपी चुनाव प्रबंधन समिति की कथनी और करनी में फर्क साफ नजर आ रहा है।

नगरीय निकाय चुनाव में उमरिया नगर पालिका में एक साथ एक सुर में 03 पूर्व बीजेपी जिलाध्यक्ष सहित वर्तमान युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने बगावत के बिगुल बजा दिए हैं। वहीं बागी नेता अपने अपने राजनीतिक आस्था के केंद्रों से लगातार संपर्क में बने हुए हैं। बागियों को आस है कि उम्मीदवार अभी भी बदले जा सकते हैं।

बी फॉर्म में खेला की उम्मीद
संगठन के निर्णय के विरुद्ध जाकर नामांकन दाखिल करने वाले जिले के जिम्मेदार नेताओं का कहना है कि हमने बीजेपी से ही अपना पर्चा दाखिल किया है जिसे फॉर्म बी मिलेगा वही पार्टी का उम्मीदवार बनेगा। फिलहाल बीजेपी इसे घर की लड़ाई बता रही है वहीं कांग्रेस के उम्मीदवारों ने चुपचाप बिना तामझाम के सभी वार्डो से नामांकन दाखिल कर दिए हैं। कांग्रेस की साइलेंट रणनीति और बीजेपी की अंतर्कलह कांग्रेस के लिए उमरिया नगर पालिका में वॉक ओवर भी हो सकने की संभावना है।

नाम निर्देशन के आखिरी दिन यानी 18 जून को दोपहर 03 बजे तक लगभग सभी वार्डों की तस्वीर साफ हो गई है। अब फॉर्म में खामियां अगर निकली तो खुदबखुद बागी दौड़ से बाहर होंगे या फिर मान मनौव्वाल की चक्की में पिस जाएंगे। यह तस्वीर फिलहाल 20 जून को ही होगी।

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