शेयर मार्केट में आज एक ऐसी एंट्री हुई, जिसने निवेशकों को चौंका दिया और खुश भी कर दिया. हम बात कर रहे हैं नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) की, जिसके IPO को पहले ही जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था – और अब लिस्टिंग के साथ ही इसने मुनाफे की शानदार शुरुआत कर दी है.

लिस्टिंग डे पर 10% की बढ़त, और बढ़ने के संकेत
NSDL का इश्यू प्राइस ₹800 प्रति शेयर तय किया गया था, लेकिन बीएसई पर इसकी लिस्टिंग ₹880 पर हुई – यानी लिस्टिंग के साथ ही निवेशकों को 10% का फायदा मिला और रुकिए, कहानी यहीं खत्म नहीं होती – शेयर ने लिस्टिंग के बाद और तेजी दिखाई और यह ₹906 तक जा पहुंचा, जिससे मुनाफा बढ़कर 13.19% हो गया.
IPO को मिला था रिकॉर्ड तोड़ रिस्पॉन्स
कुल सब्सक्रिप्शन: 41.02 गुना
QIB (संस्थागत निवेशक): 103.97 गुना
NII (हाई नेटवर्थ निवेशक): 34.98 गुना
रिटेल: 7.76 गुना
यह डेटा साफ बताता है कि NSDL पर हर तरह के निवेशकों ने भरोसा जताया – और यह भरोसा अब बाजार में दिख भी रहा है.
IPO से कंपनी को क्या मिला?
इस इश्यू में सिर्फ ऑफर फॉर सेल (OFS) था – यानी कंपनी को सीधे तौर पर कोई फंड नहीं मिला. इसका मकसद था:
मौजूदा शेयरधारकों को एग्ज़िट का मौका
कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कराना
प्रमोटर ग्रुप के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ, उनका नियंत्रण अब भी वैसा ही है.
NSDL क्या करती है? क्यों है यह इतना अहम?
1996 में बनी यह संस्था भारतीय पूंजी बाज़ार की रीढ़ मानी जाती है. NSDL का काम है:
डीमैट अकाउंट्स का संचालन
शेयरों का इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज
डिविडेंड, बोनस, ट्रेड सेटलमेंट में सपोर्ट
ई-वोटिंग, कंसोलिडेटेड होल्डिंग्स की जानकारी
शेयर गिरवी रखने की प्रक्रिया में सहायता
इसके अलावा, इसकी दो सब्सिडियरी कंपनियाँ
NSDL Database Management Ltd
NSDL Payments Bank
कंपनी को ई-गवर्नेंस और डिजिटल फाइनेंसिंग में भी लीडर बना रही हैं.
आर्थिक प्रदर्शन: FY25 में दमदार ग्रोथ
रेवेन्यू: ₹1,535.19 करोड़ (12% ग्रोथ)
PAT: ₹343.12 करोड़ (25% उछाल)
जब कंपनी का IPO आया, तब इसके शेयर का
P/E रेशियो: 46.63
Price to Book: 7.98 था
क्या है निवेशकों का नजरिया?
- हालांकि कुछ एनालिस्ट्स को यह इश्यू महंगा लगा, लेकिन ब्रांड वैल्यू, बिजनेस मॉडल की स्थिरता और डिविडेंड ट्रैक रिकॉर्ड ने लॉन्ग टर्म निवेशकों का ध्यान खींचा है.
- NSDL अपनी कोर डिपॉजिटरी सेवाओं के अलावा नई डिजिटल और गवर्नेंस सेवाओं में भी खुद को एक्सपेंड कर रहा है – जिससे भविष्य में ग्रोथ की उम्मीदें मजबूत हो जाती हैं.
क्या अब भी एंट्री का मौका है?
IPO में जिन्होंने निवेश किया, उन्हें शुरुआती गेन मिल चुका है. लेकिन असली सवाल है: क्या NSDL लॉन्ग टर्म में भी डिलीवर कर पाएगा?
प्रोफिटेबिलिटी हाई है
कंपनी सेबी-रेगुलेटेड है
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर काम कर रही है
तो हां, शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के बाद जो असली कहानी बचेगी — वह भरोसे की होगी.
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