वन्यजीव प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है. बंगाल टाइगर प्रजाति की बाघिन ‘अदिती’ ने एक साथ 6 शावकों को जन्म दिया है, जो चिड़ियाघर के लिए पिछले 20 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. ये शावक सुबह 9 से 11 बजे के बीच जन्मे. अधिकारियों के अनुसार, अदिती को नागपुर के गोरेवाड़ा बचाव केंद्र से दिल्ली लाया गया था, और यह प्रजनन बाघों के संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है.
बीट संख्या-5 में सभी शावक अपनी मां के साथ स्वस्थ हैं. बाघिन अदिति ने पहली बार शावकों को जन्म दिया है और वह जंगली मूल की है. वर्तमान में, बाघिन शावकों की देखभाल स्वयं कर रही है, जबकि सीसीटीवी के माध्यम से उनकी निगरानी की जा रही है. इसके अलावा, बाड़े में कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है. जानकारी के अनुसार, शावकों का जन्म सोमवार सुबह नौ से 11 बजे के बीच हुआ. इन छह शावकों के साथ बाघों की कुल संख्या 19 हो गई है, जिसमें सात बंगाल बाघ और छह सफेद बाघ शामिल हैं. चिड़ियाघर के निदेशक डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि बाघिन के बाड़े में रहने वाले अन्य बाघों को अलग कर दिया गया है, और अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, जिसके लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
सीसीटीवी निगरानी में हैं शावक और मां
बाघिन अदिती और उसके नवजात शावकों की सेहत की निगरानी के लिए विशेष सीसीटीवी व्यवस्था और पशु चिकित्सकीय देखरेख की गई है. चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने बताया कि जन्म के बाद के पहले 48 घंटे अत्यंत संवेदनशील होते हैं, इसलिए इनकी चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है.
अदिती के साथी नर बाघ ‘विजय जूनियर’ हैं, और शावकों को अब मां के साथ टाइगर हाउस के अंदर सुरक्षित रखा गया है. पीटीआई के अनुसार, चिड़ियाघर प्रशासन ने इस बार हर आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया है ताकि किसी भी प्रकार की चूक न हो.
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देखभाल की कमी के करण खो चुके थे 3 शावक
हाल ही में बाघिन ‘महागौरी’ ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन देखभाल की कमी के कारण तीन शावकों की मृत्यु हो गई थी. इस अनुभव से सीख लेते हुए, प्रशासन ने इस बार विशेष प्रबंध किए हैं. वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना न केवल दिल्ली चिड़ियाघर के लिए, बल्कि पूरे देश में बाघ संरक्षण के लिए एक प्रेरणादायक संकेत है. ये नन्हे शावक बाघों की घटती संख्या के बीच नई उम्मीद का संचार करते हैं.
ग्लोबल टाइगर डे सप्ताह के दौरान आई खुशखबरी
यह विशेष बात है कि यह उपलब्धि ग्लोबल टाइगर डे सप्ताह के दौरान हासिल हुई है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है. चिड़ियाघर प्रशासन ने बताया है कि यदि सभी शावक स्वस्थ और सुरक्षित रहते हैं, तो उन्हें आने वाले महीनों में आम जनता के लिए प्रदर्शित किया जाएगा.
18 साल पहले पांच शावक जन्मे थे
इससे पहले यहां वर्ष 2023 में अदिति की बहन सिद्धि ने चिड़ियाघर में दो शावकों को जन्म दिया था. बाघिन सिद्धि और अदिति को नागपुर से लाया गया था. वहीं, 18 साल पहले एक अन्य रॉयल बंगाल बाघिन सिद्धि ने पांच शावकों को जन्म दिया था. ऐसे में यह पहली बार है जब किसी बाघिन ने एक साथ छह शावकों को जन्म दिया है.
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