शब्बीर अहमद, भोपाल। अब तक आपने हरी भिंडी देखी होगी और खाई भी होगी, लेकिन क्या आपने लाल भिंडी देखी है? शायद नहीं…! लेकिन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के खजूरीकलां इलाके के किसान मिश्री लाल राजपूत ने अपने खेत में लाल भिंडी उगाई है. जो पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है.

400 से 500 रुपए किलो लाल भिंडी

लाल भिंडी हरी भिंडी से ज्यादा महंगी है. इसे खाने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी, क्योंकि ये अभी कम मात्रा में होती है. प्रतिकिलो लाल भिंडी 400 से 500 रुपए किलो बिक रही है, लेकिन अगर इसकी खेती ज्यादा होने लग जाएगी तो कीमत कम भी हो सकती है. ज्यादा कीमत में बिकने से किसान को काफी फायदा हो रहा है. ये कह सकते हैं किसान मालामाल हो गया है.

सेहत के लिए फायदेमंद

लाल भिंडी ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद है लाल भिंडी की सब्जी बनाने से ज्यादा सलाद के तौर पर खाने में ज्यादा पौष्टिक अहार है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और आइरन बड़ी मात्रा में पाया जाता है. साथ ही इसमें इल्ली और दूसरे कीट जल्दी नहीं लगते. हरी भिंडी की अपेक्षा इसकी फसल जल्दी पक जाती है और एकड़ में लगभग 40 से 50 क्विंटल तक उत्पादन भी होता है.

कहां से मिला आइडिया

मिश्री लाल के मुताबिक लाल भिंडी उगाने का आइडिया उन्हें तब आया जब, वह एक बार वाराणसी के पास केलाबेला में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च गए. इस दौरान उन्होंने कृषि विशेषज्ञों से लाल भिंडी के आर्थिक और स्वास्थ्य फायदों के बारे जानकारी ली. मिश्री लाल ने 1 किलो लाल भिंडी के बीज खरीदे और अपने गांव आकर उसकी खेती शुरू कर दी और आज मिश्री लाल किसानों के लिए मिसाल और उन लोगों के लिए जवाब भी जो ये कहते हैं खेती लाभ का नहीं घाटे का काम है.

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