तिरुवनंतपुरम। भाजपा के वरिष्ठ नेता और विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने शनिवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को मानद डी.लिट से वंचित करने के केरल सरकार के कथित फैसले की कड़ी निंदा की। केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार के ‘फैसले’ को शर्मनाक करार दिया।

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल में विपक्ष के पूर्व नेता रमेश चेन्नीथला ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को मानद डी. लिट प्रदान करने की राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की सिफारिश नहीं मानी।

त्रिशूर में पत्रकारों से बात करते हुए, मुरलीधरन ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से डी.लिट के सम्मान पर अधिक स्पष्टता की आवश्यकता है। मंत्री ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या राज्य सरकार ने राष्ट्रपति को डी. लिट न देने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि यह केरल सरकार के दलित विरोधी रुख का एक स्पष्ट उदाहरण है, उन्होंने कहा कि इस घटना ने देश को शर्मसार किया है और राष्ट्रपति को अपमानित किया है।

इस बीच, भाजपा की केरल इकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन भी राज्य सरकार के राष्ट्रपति को डी. लिट नहीं देने के कथित फैसले के खिलाफ जोरदार तरीके से सामने आए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को घटना का ब्योरा सामने लाना चाहिए और राज्य के लोगों को अंधेरे में नहीं रखना चाहिए।