रायपुर.शिक्षाकर्मियों और मितानिनों के बाद अब स्वास्थ्य संयोजकों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिय है. अपने ऐलान के तहत उन्होंने आज सरकार के खिलाफ हल्लाबोला. दरअसल स्वास्थ्य संयोजकों ने वेतन विसंगति दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर 17 जुलाई यानी आज हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी. इसकी तहत स्वास्थ्य संयोजकों ने आज सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर धरना दिया और अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की है. इस हड़ताल में प्रदेश के सभी जिलों के स्वास्थ्य संयोजक महिला पुरुष पर्यवेक्षक एलएचवी एवं बीइइओ शामिल हुए. जिसके कारण आज होने वाले खसरा, टीकाकरण अभियान, शिशु संरक्षण माह, मिशन इंद्रधनुष जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम पूर्णतः बाधित रहे हैं.
शासन की ब्रेक इन सर्विस एवं हड़ताल पर जाने की स्थिति में वेतन कटौती की धमकियों के बावजूद भी स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ द्वारा एक दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया गया. मांग पूरी ना होने पर 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. साथ ही इस हड़ताल के दौरान 6 अगस्त से शुरू होने वाले एम आर कम्पैन का पूर्ण रूप से बहिष्कार भी किया जाएगा
इस दौरान एक बार फिर संघ के सदस्य प्रमेन्द्र कुमार सिंह ने कहा है कि कहना है कि पिछले 10 वर्षों से स्वास्थ्य संयोजक वेतन विसंगती से जूझ रहे हैं. संघ द्वारा लगातार ज्ञापन के माध्यम से शासन-प्रशासन को समस्या से अवगत कराया गया है. लेकिन मांगों के संबंध में कार्रवाई आज पर्यन्त तक लंबित है. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा है कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता ही तो वे एक बार फिर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे.
बता दें कि इससे पहले इन्होंने हड़ताल पर जाने से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्टर भी जारी किया था. उन्होंने इस पोस्टर में लिखा था कि “अभी समय है, मान जाओ सरकार” ”अभी भी समय है उनकी मांगो को माने लें नहीं तो”. एक तरह से संयोजकों ने सरकार को चेताया कि वे उनकी मांगों पर ध्यान दे,लेकिन सरकार ने इस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है.
ज्ञात हो कि मंगलवार का दिन टीकाकरण का दिन होता है और इस दिन स्वास्थ्य संयोजक के हड़ताल पर चले जाने की वजह से खसरा, टीकाकरण अभियान, शिशु संरक्षण माह, मिशन इंद्रधनुष जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम पूर्णतः बाधित रही हैं.