रायपुर. प्रदूषित पानी पीने से हो रही ग्रामीणों की मौत के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आप ने इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

आप ने सोमवार को एक पत्रकारवार्ता कर सुपेबेड़ा गांव में प्रदूषित पानी से हो रही ग्रामीणों की मौत के मामले पर विस्तार से जानकारी दी. आप के पदाधिकारियों के साथ सुपेबेड़ा गांव के किडनी प्रभावित 6 मरीज और मृतकों की 2 विधवाएं भी उपस्थित थी. पार्टी के पदाधिकारियों ने पत्रकारवार्ता के दौरान हीरा और अलेक्जेंड्राइट खदानों से भरपूर दोहन करना चाहती है इसलिए वहां के ग्रामीणों को सुपाबेडा से विस्थापित करने की तैयारी की जा रही है. आप ने इस तैयारी को अंतराष्ट्रीय षड्यंत्र बताया. आप का कहना है कि यह सिर्फ संयोग मात्र नहीं है कि अवैध उत्खनन के बाद से ही पानी प्रदूषित हुआ हो. अब तक 109 मौतें हो चुकी हैं और 235 लोग अभी भी किडनी रोग से ग्रस्त पाये गए है. इसके बावजूद अभी भी ग्रामीणों को स्वच्छ पेय जल उपलब्ध नहीं कराया गया है.

आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक डॉ संकेत ठाकुर, पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल, महासमुंद लोकसभा अध्यक्ष संतोष चंद्राकर, शकील खान, श्रवण साहू, नोहर साहू आदि ने सरकार से प्रभावित ग्रामीणों के मृतक परिवारों को बीस-बीस लाख रुपये का मुआवजा, रोजगार, निशुल्क चिकित्सा सहायता, और संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. इसके लिए पार्टी की ओर से प्रभावितों के साथ मिलकर राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम से ज्ञापन भी सौंपा गया है.