कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में किसानों के बहाने कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी अदावत देखने को मिल रहीं हैं. पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के भितरवार विधानसभा क्षेत्र के चीनोर ब्लॉक की भदेश्वर गांव में अग्नि पीड़ित किसानों के बीच में पहुंचकर किसानों को लेकर सियासत को गरमा दिया है. आनन-फानन में बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए किसानों को राहत देने की घोषणा कर दी है.

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट आज प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे, यहां उन्होंने अग्नि पीड़ित किसानों से चर्चा की. उनकी परेशानी को समझने की कोशिश की और उसके बाद उन्होंने पीड़ित किसानों को 6 हजार प्रति बीघा फसल का मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है. इसके साथ ही उन्होंने किसानों के परिवारों के लिए 5 क्विंटल आटा, 1 टीन तेल, 50 किलो दाल, 50 किलो चावल दिए जाने का ऐलान किया है.

दरअसल बीते 8 अप्रैल को भितरवार विधानसभा क्षेत्र के चीनोर ब्लॉक के भदेश्वर गांव में तकरीबन 15 बीघा से अधिक गेहूं की खेत में खड़ी फसल आग लगने से चौपट हो गई. इसमें लगभग 275 से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं. इससे पहले वहां केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें मदद का आश्वासन देकर आए हैं.

इसी बीच सोमवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अचानक किसानों के बीच पहुंच गए. उन्होंने वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए यह कहा कि पीड़ित किसानों के नुकसान का आकलन कर उन्हें उचित मुआवजा दिलाया जाए. उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी अगर ऐसा नहीं करेंगे तो पूरी कांग्रेस यहां आकर प्रदर्शन करेगी. जिसके बाद तुरंत मुख्यमंत्री ने जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट को निरीक्षण कर किसानों को मदद पहुंचाने के लिए भेजा.

मंत्री तुलसी सिलावट ने कांग्रेस पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि क्या ऐसे मौके पर कांग्रेस को राजनीति करना शोभा देता है? प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने पीसीसी चीफ कमलनाथ से भी अपील की है कि कमलनाथ खुद आगे आकर इनकी आर्थिक मदद करें. प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने ग्वालियर चंबल अंचल में सक्रिय हुई कमलनाथ और दिग्विजय की जोड़ी पर भी  तंज कसा है.

बीजेपी के दावों पर कांग्रेस ने सवालिया निशान खड़े किया है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री लाखन सिंह ने कहा कि पूर्व में भितरवार विधानसभा क्षेत्र में भीषण बाढ़ आई थी, तब भी बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने बाढ़ पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक उन्हें कोई मदद नहीं मिली है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार बीजेपी अग्नि पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा दिलाएगी. अगर बीजेपी ऐसा दावा कर रही है तो वह इसका स्वागत करते हैं और बीजेपी और स्वयं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं.

प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की कमलनाथ से की गई अपील जिसमें उन्होंने पीड़ित किसानों की आर्थिक मदद किए जाने की बात कही है, उस पर उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने खुद उन्हें कहा है कि किसान को कितना मुआवजा चाहिए. वह स्वयं अपने स्तर पर उन्हें मदद पहुंचाने की कोशिश करेंगे. कांग्रेस पीड़ित किसानों को फसल बीमा योजना के माध्यम से भी लाभ पहुंचाने की मांग कर रही है. हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस की इस मांग को स्वीकार करते हुए यह कहा है कि पीड़ित किसानों को फसल बीमा योजना के माध्यम से भी मदद पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.

कुल मिलाकर किसानों के मुद्दे पर दोनों दलों में खुद को किसान हितेषी बताने की होड़ मची हुई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही एक दूसरे को किसान विरोधी करार देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल जिस तरह से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सिंधिया के गढ़ ग्वालियर चंबल अंचल में अपनी दस्तक देकर सियासी गलियारों में गर्मी पैदा की है. उससे साफ जाहिर है कि आने वाले दिनों में हर छोटे-मोटे मुद्दे पर दोनों दल एक दूसरे को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. फिलहाल अग्नि पीड़ित किसानों के बहाने सियासी दंगल में दांवपेच का खेल शुरू हो चुका है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus