दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दस दिसंबर को नई दिल्ली में नए संसद भवन की नींव रखेंगे। इस दौरान सरकार सांप्रदायिक सौहार्द और सदभावना की नजीर पेश करने की कोशिश में जुटी है।

जानकारी के मुताबिक नए संसद भवन की इमारत के भूमिपूजन में अलग-अलग धर्मों के धर्म गुरु शामिल होंगे। 10 दिसंबर को प्रधानमंत्री नए संसद भवन का भूमिपूजन कर निर्माण की शुरुआत करेंगे। इस दौरान सभी धर्मों के धर्मगुरु अपनी अपनी मान्यताओं के अनुसार पूजन और आधारशिला कार्यक्रम में भागीदारी करेंगे। दस दिसंबर को प्रधानमंत्री द्वारा नई दिल्ली में नए संसद भवन के लिए नींव रखी जाएगी और भूमिपूजन होगा। गौरतलब है कि वर्तमान संसद भवन बेहद पुराना और सीमित जगह के चलते छोटा पड़ने लगा है। इसलिए अब नए संसद भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जल्द ही देश को एक नया संसद भवन मिल जाएगा।

इस नए संसद भवन को बनाने का कॉन्ट्रैक्ट टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड  को मिला है। जिसे बनाने में करीब 850 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह संसद भवन को मौजूदा संसद भवन के नजदीक ही बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसे पूरा करने में लगभग 21 महीनों का समय लगेगा। साल 2022 तक इस नए संसद भवन के पूरा होने की उम्मीद है। इस परिसर में 1,350 सांसदों के बैठने के लिए जगह होगी और ये बेहद भव्य व बड़ा होगा।