शब्बीर अहमद, भोपाल। रेमडेसिविर इंजेक्शन को ब्लैक में बेचे जाने के एक मामले में राजधानी का जेके अस्पताल की भूमिका संदेह के दायरे में है। अब पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में अस्पताल की भूमिका को लेकर अपनी जांच शुरु कर दी है।

कोलार पुलिस कालाबाजारियों से बरामद किये गए इंजेक्शन के सीरियल नंबर से मामले की तह तक पहुंचने की कवायद कर रही है। पुलिस ने ड्रग विभाग से इस बात की जानकारी मांगी है कि बरामद किये गए सीरियल नंबर वाले इंजेक्शन किसे अलॉट किये गए थे।

आपको बता दें रेमडेसिविर के 5 इंजेक्शन के साथ 3 आरोपियों को कोलार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किये गए आरोपी जेके अस्पताल के एक कर्मचारी आकाश दुबे से इंजेक्शन को खरीदे थे। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आरोपी आकाश दुबे फरार हो गया था। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।