रायपुर. गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रम में मंत्रियों और विधायकों ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली. एक ओर जहां राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो वहीं उनके गृह जिले दुर्ग में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली.

जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय स्थित शासकीय उमा विद्यालय क्रमांक 01 के मैदान में आयोजित समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण महंत ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति अपनी विशिष्टता, जीवंतता, मानवीय मूल्यों, संस्कारों तथा मानव कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध होकर विश्व के समक्ष विश्व बंधुत्व और समानता की सिद्धांत का प्रतिपादन करते हुए गौरवपूर्ण संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन कर रही है. गणतंत्र के 70 वर्षों की हमारी यात्रा हमारे स्वस्थ्य, उन्नत एवं विकसित प्रजातंत्र का अनुपम उदाहरण है.

डॉ. महंत के उद्बोधन के पश्चात कलेक्टर नीरज कुमार बनसोड़ ने मुख्यमंत्री के नाम संदेश का वाचन किया. इसके बाद डाॅ. महंत ने शांति के प्रतीक श्वेत कपोत और तिरंगे के प्रतीक रंग-बिरंगी गुब्बारे आकाश में छोड़े. इसके बाद परेड की सलामी ली. इस दौरान मुख्य अतिथि ने शहीद परिवारों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मनित किया. कार्यक्रम के दौरान नगर के विभिन्न विद्यालयों के 600 स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा एकलय में सामूहिक व्यायाम का प्रदर्शन किया गया.

गृहमंत्री ने दुर्ग में फहराया तिरंगा

गणतंत्र दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया. इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री का जनता के नाम संदेश का वाचन किया. इस अवसर रिमझिम बारिश के बीच स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी.

रायगढ़ में उमेश पटेल ने फहराया तिरंगा

गणतंत्र दिवस पर खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने भूपदेवपुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय और जिला मुख्यालय रायगढ़ में झंडारोहण किया. उन्होंने शांति के प्रतीक श्वेत कपोत को उड़ाया और परेड की सलामी ली. इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी.

इसके अलावा कोरबा में जयसिंह अग्रवाल, सरगुजा में टीएस सिंहदेव, सूरजपुर में डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम, कोरिया में अंबिका सिंह देव, बलरामपुर में बृहस्पत सिंह, जशपुर में रामपुकार सिंह ठाकुर, बिलासपुर में रश्मि आशिष सिंह, मुंगेली में कृष्णा बघेल, बलौदाबाजार में डॉ. शिवकुमार डहरिया, धमतरी में डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, महासमुंद में गुरू रूद्र कुमार, गरियाबंद में अमितेष शुक्ल, बेमेतरा में आशीष कुमार छाबड़ा, बालोद में अनिला भेड़िया, राजनांदगांव में रविन्द्र चौबे, कांकेर में मनोज सिंह मण्डावी, कोण्डागांव में मोहन लाल मरकाम, दन्तेवाड़ा में दीपक बैंज, सुकमा में लखेश्वर बघेल और नारायणपुर में विधायक चंदन कश्यप ध्वजारोहण किया.