परवेज आलम/बगहा बेस्ट चंपारण। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मिकीनगर में आए दिन लोगों के घरों में सांप और बिच्छू निकल रहे हैं । नागलोक के नाम से मशहूर हो चुके इस इलाके के ई टाइप कॉलोनी से एक विशालकाय किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया है। दुनिया के अति जहरीले किंग कोबरा सांप की लंबाई तकरीबन 14 से 15 फीट आंकी गईं है।
सबसे खतरनाक सांपों में गिने जाने वाले
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल से बाहर निकलकर दुनिया के सबसे खतरनाक सांपों में गिने जाने वाले किंग कोबरा सतीश कुमार सिंह के आंगन में आराम फरमा रहा था। जिसके बाद घरवालों की नजर उसकी तरफ पड़ी तो कोहराम मच गया, परिजनों ने तत्काल वन विभाग वाल्मिकीनगर रेंज को इसकी सूचना दी ।
आनन फानन में मौके पर पहुंचे VTR के वनकर्मियों ने विशालकाय किंग कोबरा का कड़ी मशक्कत के बाद सफल रेस्क्यू किया और उसे सुरक्षित ले जाकर जटाशंकर जंगल में छोड़ दिया ।
ये है पूरा मामला
बता दें वाल्मीकि नगर स्थित जिस सरकारी शिक्षक के घर में किंग कोबरा सांप घुसा था उनको पहले भी एक जहरीला सांप काट चुका है। कुछ दिनों पूर्व टेबल के नीचे बैठे सांप ने उन्हें डंस लिया था जिसके बाद उनका नेपाल के त्रिवेणी में सफल इलाज चला और वह ठीक हुए।
रहवासियों में दहशत का माहौल
एक बार फिर रिहायशी इलाकों में किंग कोबरा जैसे जहरीले सांप का बार बार निकलना ग्रामीणों के लिए मुश्किल खड़ी कर रहा है, लिहाजा लोग दहशत में आ गए ओर वन विभाग से इस पर रोक थाम की मांग कर रहें हैं क्योंकि किंग कोबरा गेहूंअन प्रजाति के सांप को खड़ा निगल जाता है ओर इसके विष छिड़कने से इंसान तो क्या हाथी ओर गैंण्डा भी बेमौत मर जाते हैं।
वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व की टीम ने पकड़ा
यह खुला जंगल है जहाँ 300 के करीब साँपोँ की प्रजाति पाई जाती है इनमें किंग कोबरा साँपोँ का राजा माना जाता है जिसकी संख्या यहाँ सैकड़ों में है।
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